Surat: नर्मद विश्वविद्यालय 'सकारात्मक ऊर्जा' के लिए परिसर में पालेंगे गाय, जाने ज्योतिष विशेषज्ञ ने क्या कहा ?

Surat: नर्मद विश्वविद्यालय 'सकारात्मक ऊर्जा' के लिए परिसर में पालेंगे गाय, जाने ज्योतिष विशेषज्ञ ने क्या कहा ?
Shubham Pandey JHBNEWS टीम,सूरत 2024-11-30 15:15:08

सूरत में वीर नर्मद दक्षिण गुजरात विश्वविद्यालय (VNSGU) के अधिकारियों ने परिसर में "सकारात्मक ऊर्जा" (Positive Energy) फैलाने के इरादे से नए प्रशासनिक भवन के निर्माण स्थल पर लगभग पांच से सात गायों को रखने का फैसला किया है।

आने वाले महीनों में, विश्वविद्यालय राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 के अनुरूप गाय आधारित अनुसंधान और उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए अपने जैव प्रौद्योगिकी विभाग में एक “कामधेनु चेयर” भी स्थापित करेगा। VNSGU के सूत्रों ने कहा कि परिसर में गायों को रखने और उनकी देखभाल करने का निर्णय एक ज्योतिषी की सलाह के बाद लिया गया था, जो हाल ही में विश्वविद्यालय में आई समस्याओं जैसे पेपर लीक, स्नातक पाठ्यक्रमों में छात्रों का कम पास प्रतिशत, विभिन्न कार्यों के लिए निविदा प्रक्रिया में देरी और अन्य मुद्दों के बाद आया था।


विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. के. एन. चावड़ा ने बताया , "ज्योतिष विशेषज्ञ ने सुझाव दिया कि अगर नई इमारत के स्थान पर एक महीने के लिए पांच से सात गायों को रखा जाए और उनकी विशेष देखभाल की जाए, तो इससे सकारात्मक ऊर्जा पैदा होगी और प्रशासन को परिसर को सुचारू रूप से चलाने में मदद मिलेगी। हमने कुछ गैर सरकारी संगठनों से संपर्क किया है और कुछ गायों को उपलब्ध कराने में उनकी मदद मांगी है, जिन्हें एक अस्थायी शेड के अंदर विश्वविद्यालय परिसर में रखा जाएगा। अगले कुछ दिनों में एक एनजीओ हमसे मिलने आएगा।"

नई इमारत की योजनाओं के बारे में उन्होंने कहा, "पुरानी प्रशासनिक इमारत (The old Administrative Building)सिर्फ़ दो मंज़िल ऊंची थी, लेकिन हम नई इमारत को पाँच-छह मंज़िल तक बनाने की योजना बना रहे हैं ताकि ज़्यादा से ज़्यादा दफ़्तर बनाए जा सकें। नई इमारत में कर्मचारियों और छात्रों के लिए पार्किंग की सुविधा होगी। हमने परिसर में तीन नए स्थानों को शॉर्टलिस्ट किया है और एक को अंतिम रूप देने पर काम कर रहे हैं।"

“कामधेनु चेयर” के बारे में सूत्रों ने बताया कि इसकी भूमिका जागरूकता और शिक्षा का प्रसार करना होगी। “गाय-आधारित अनुसंधान और उद्यमिता” पर चार क्रेडिट का बहु-विषयक वैकल्पिक पाठ्यक्रम विकसित किया जाएगा और इसमें गाय-आधारित खेती, जैविक उत्पाद, आयुर्वेद और बायोगैस तकनीक जैसे विषय शामिल होंगे। यह चेयर गाय-आधारित उत्पादों और जैव उर्वरकों और प्राकृतिक कीटनाशकों जैसी तकनीकों में अग्रणी अनुसंधान को भी बढ़ावा देगी।

इसके अलावा, विश्वविद्यालय कार्यशालाओं का आयोजन करेगा और गाय आधारित उद्योगों पर केंद्रित स्टार्ट-अप विकसित करने में छात्रों की सहायता करेगा। यह छात्रों, किसानों और उद्यमियों के कौशल विकास के लिए उद्योग भागीदारों के साथ मिलकर प्रशिक्षण कार्यक्रम भी आयोजित करेगा।

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