आज है मोहनी एकादशी, जानिए शुभ तिथि, ख़ास मुहूर्त और महत्व, देखें पूजन सामग्री का लिस्ट
सनातन धर्म में एकादशी का दिन सबसे खास माना जाता है. हिंदू पंचांग के अनुसार, वैशाख शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को मोहिनी एकादशी के नाम से जाना जाता है. इस दिन भगवान विष्णु के मोहिनी स्वरूप की पूजा की जाती है तथा एकादशी का व्रत किया जाता है.
मोहिनी एकादशी शुभ मुहूर्त
एकादशी तिथि का प्रारंभ 18 मई यानी कल सुबह 11 बजकर 22 मिनट पर हो चुका है और समापन 19 मई यानी आज दोपहर 1 बजकर 50 मिनट पर होगा. मोहिनी एकादशी का पारण 20 मई यानी कल सुबह 5 बजकर 28 मिनट से लेकर सुबह 8 बजकर 12 मिनट तक होगा.
मोहिनी एकादशी पूजन विधि
एकादशी के दिन सुबह ब्रह्म मुहूर्त में उठकर पवित्र स्नान करें और साफ-स्वच्छ कपड़े पहनें. इसके बाद लाल कपड़ा लपेटकर कलश स्थापना करें और घी का एक दीपक जलाएं. फिर भगवान विष्णु को चंदन, अक्षत, पंचामृत, फूल, धूप, दीपक, फल और नैवेद्य आदि अर्पित करें. उसके बाद ''विष्णु सहस्रनाम'' का पाठ करें और भगवान विष्णु की आरती करें. इस दिन मोहिनी एकादशी की व्रत कथा का पाठ अवश्य करें या सुनें. रात में श्री हरि विष्णु का ध्यान करते हुए भजन कीर्तन आदि करें और जागरण करें.
केले के पेड़ की पूजा
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, केले के पेड़ की पूजा से भगवान विष्णु और देवी लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं. ऐसे में मोहिनी एकादशी के दिन केले के पेड़ के समक्ष घी का दीपक जलाएं. इसके बाद उसकी विधिपूर्वक पूजा करें और प्रार्थना करें. इस उपाय को करने से आर्थिक संकट समाप्त होता है. साथ ही घर से दरिद्रता दूर होती है.
मोहिनी एकादशी पूजा सामग्री लिस्ट
गंगाजल , चौकी, सुपारी, तुलसी दल, नारियल, चंदन, पीला कपड़ा, आम के पत्ते, कुमकुम, फूल, मिठाई, अक्षत, लौंग, पंचमेवा, धूप, दीप, फल भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की प्रतिमा आदि.
पूजा के दौरान इस मंत्र का करें जाप
- शान्ताकारम् भुजगशयनम् पद्मनाभम् सुरेशम्
- विश्वाधारम् गगनसदृशम् मेघवर्णम् शुभाङ्गम्।
- लक्ष्मीकान्तम् कमलनयनम् योगिभिर्ध्यानगम्यम्
- वन्दे विष्णुम् भवभयहरम् सर्वलोकैकनाथम्॥