Gujarat: BZ ग्रुप द्वारा राज्य में 6000 करोड़ का घोटाला..! CID क्राइम की छापेमारी, जाने पूरा मामला ?
गुजरात साबरकांठा जिले के वावाड़ी में रहने वाले BZ ग्रुप के CEO भूपेन्द्र सिंह जाला पर तीन साल में निवेश पर दोगुना रिटर्न और ज्यादा रिटर्न का लालच देकर 6 हजार करोड़ रुपए का घोटाला करने का आरोप है। यह निवेश गुजरात के वडोदरा, गांधीनगर और राजस्थान समेत कुल सात ठिकानों पर छापेमारी की गई मामले से जुड़े कई अहम दस्तावेज और सबूत इकट्ठा कर कार्रवाई की जा चुकी है. गांधीनगर CID क्राइम द्वारा BZ ग्रुप के खिलाफ संदिग्ध लेनदेन और घोटाले की शिकायत दर्ज की गई है।
- CID क्राइम ने मंगलवार को बीजेड ग्रुप पर छापा मारा
- घोटाले का मुख्य आरोपी भूपेन्द्र सिंह फरार है
- साबरकांठा, अरावली और गांधीनगर के साथ-साथ वडोदरा में सात कार्यालयों पर छापे मारे गए
- चेकिंग खाते में 175 करोड़ रुपये का लेनदेन पाया गया
- भूपेन्द्र झाला ने हिम्मतनगर में ग्रोमोर कॉलेज खरीदा है
- BZ ग्रुप में बड़े अधिकारियों और सरकारी शिक्षकों का सबसे ज्यादा निवेश
CID क्राइम के अधिकारियों ने बताया कि कुछ समय पहले उन्हें एक गुमनाम शिकायत मिली थी। इसमें बीजेड फाइनेंशियल सर्विसेज और BZ ग्रुप के CEO भूपेंद्रसिंह परबतसिंह झाला के खिलाफ आरोप लगाए गए थे। उन्होंने गुजरात और राजस्थान में कार्यालय खोलकर एजेंट्स की चेन बनाकर निवेशकों को 3 साल में फिक्स्ड डिपॉजिट को दोगुना करने और मासिक 7% ब्याज देने का लालच देकर निवेश कराया था।
संस्थापक भूपेंद्रसिंह झाला छापेमारी के बाद लुप्त हो गए हैं। करोड़ों रुपये की संपत्ति जुटाने के बाद उनका अचानक गायब हो जाना निवेशकों के बीच चिंता का विषय बन गया है। गैरकानूनी तरीके से निवेश करवाने के आरोप में CID की टीम ने छापा मारकर एजेंट्स से पूछताछ की।
इनकम टैक्स रिटर्न के अनुसार उन्होंने केवल 17.94 लाख रुपये की आय दिखाई थी। 2018-19 में आय केवल 4.98 लाख रुपये और 2021-22 में 9.79 लाख रुपये थी। इतनी मामूली आय के बावजूद, उन पर 6000 करोड़ रुपये का निवेश जुटाने के आरोप हैं।
सूत्रों के मुताबिक, हिम्मतनगर तहसील के एक गांव में BZ ग्रुप ने पोंज़ी स्कीम के नाम पर कारोबार शुरू किया था। शुरुआत में उन्होंने हिम्मतनगर, रणासन, गांभोई, रायगढ़ समेत उत्तर गुजरात के इलाकों में एजेंट्स के जरिए निवेशकों को आकर्षित किया। निवेशकों को हर महीने भारी ब्याज दिया जाता था, जिससे BZ ग्रुप का कारोबार उत्तर गुजरात के कई इलाकों में फैल गया। मंगलवार को हिम्मतनगर समेत अरावली और उत्तर गुजरात में स्थित बीजेड ग्रुप की शाखाओं में सीआईडी क्राइम ने एक साथ छापेमारी कर दस्तावेजों को जब्त किया।
हिम्मतनगर के ऑफिस से 20 लाख रुपये नकद और दस्तावेज मिले
हिम्मतनगर के व्यापार भवन में स्थित बीजेड ग्रुप के ऑफिस में सुबह से शुरू हुई सीआईडी की छापेमारी में करीब 20 लाख रुपये नकद और बड़ी संख्या में दस्तावेज मिले। देर रात तक कार्रवाई जारी रही। इसके अलावा, एक वाहन के दस्तावेज भी जब्त किए गए हैं। सीआईडी की अलग-अलग टीमों ने गुजरात भर में छापेमारी की।
इस कंपनी ने राष्ट्रीयकृत बैंकों और वित्तीय संस्थाओं से भी ज्यादा ब्याज और रिटर्न का लालच देकर लोगों से 6000 करोड़ रुपये की धनराशि जुटाई। CID टीम की जांच में पता चला कि कंपनी ने गुजरात के तलोद जिले के रणासन, हिम्मतनगर, विजापुर, मोडासा, गांधीनगर, वडोदरा और अरावली जिले के मालपुर में ऑफिस खोले थे। CID क्राइम की 50 से अधिक पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों की 7 टीमों ने एक साथ सभी ऑफिसों में छापेमारी की, जिनमें से अधिकांश ऑफिस से महत्वपूर्ण दस्तावेज मिले।
आप JHBNEWS हिंदी को यहां सोशल मीडिया पर फ़ॉलो कर सकते हैं