Surat: पानी और मच्छर जनित महामारी की स्थिति विकराल, एक बच्ची समेत दो की मौत
पिछले 15 दिनों में 81 डेंगू, 32 मलेरिया, 147 बुखार के मरीज आए
अमरोली में बुखार व उल्टी से बच्ची की मौत, अलथाण में डायरिया से युवक की मौत
पिछले डेढ़ माह में डेंगू के 424, मलेरिया के 399 और ग्रास्टो के 147 मरीज इलाज के लिए आए।
आज मंगलवार सुबह न्यू सिविल अस्पताल में मरीजों की लंबी कतार लगी है।शहर में बारिश खत्म होने के बाद भी लोग डायरिया-उल्टी, डेंगू, मलेरिया, हैजा, बुखार, सर्दी, खांसी समेत अन्य बीमारियों से पीड़ित हैं. इसके चलते नवंबर के आखिरी 15 दिनों में नवी सिविल में 343 डेंगू मरीज, 367 मलेरिया मरीज, 226 बुखार मरीज, 96 हैजा मरीज और 1 हैजा मरीज का इलाज किया गया। पिछले तीन दिनों में 1 साल की बच्ची समेत 3 लोगों की मौत हो चुकी है. ऋतू परिवर्तन के कारण तेजी से बीमारी बढ़ती जा रही है मानसून खत्म होने के बाद भी शहर में महामारी थमने का नाम नहीं ले रही है.
प्राप्त जानकारी के अनुसार, मूल रूप से उत्तर प्रदेश के गाजीपुर के निवासी श्यामलाल गौतम अपने परिवार के साथ अमरोली क्षेत्र में अंबोली पानी की टंकी के पास रहते हैं। श्यामलाल मजदूरी करके अपनी पत्नी, बेटे और एक साल की बेटी प्रीति का भरण-पोषण करते हैं। वे दो दिन पहले ही रोजगार की तलाश में अपने गांव से सूरत आए थे।
उत्तर प्रदेश के निवासी श्यामलाल की बेटी प्रीति को कल सुबह बुखार आया और अचानक उल्टी होने लगी। इसके बाद परिवार के लोग बच्ची को इलाज के लिए पास के अस्पताल ले गए। देर शाम को बच्ची की तबीयत और बिगड़ने पर उसे सिविल अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
सूरत शहर के अलथाण के निवासी 45 वर्षीय शैलेशभाई बचुभाई राठौड़ रहते थे। कल रात को शैलेशभाई को दस्त शुरू हो गया और कुछ देर बार एक उल्टीआई और तबीयत ज्यादा बिगड़ने पर उन्हें 108 एंबुलेंस को बिलाये और सिविल अस्पताल ले जाया गया, इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।