Surat:- सूरत पुलिस ने फर्जी मल्टीस्पेशलिटी अस्पताल को सील किया, जाने कारण ?
Shubham Pandey
JHBNEWS टीम,सूरत
2024-11-18 18:55:30
सूरत शहर के पांडेसरा इलाके में कुछ झोलाछाप डॉक्टर मिलकर एक फर्जी अस्पताल शुरू किया है हॉस्पिटल का नाम "जनसेवा मल्टी स्पेशल हॉस्पिटल" रखा है। इस अस्पताल में '24 घंटे आपातकालीन सेवा उपलब्ध कराई जाएगी' का बोर्ड भी लगाया गया था. झोलाछाप डॉक्टर के खिलाफ फर्जी मेडिकल प्रैक्टिस का मामला दर्ज किया गया. सूरत में मरीजों के साथ जानलेवा खेल खेला जा रहा है इन डॉक्टरों को अस्पताल शुरू करने की इजाजत किसने दी? सूरत जिला पंचायत के स्वास्थ्य विभाग की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठ रहे हैं.
इस अस्पताल के संस्थापकों में से दो को फर्जी मेडिकल प्रैक्टिस के आरोप में गिरफ्तार किया गया है और तीसरे को शराब तस्करी के मामले में पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। सूरत SOG की टीम ने बब्लू शुक्ला के खिलाफ फर्जी मेडिकल प्रैक्टिस का मामला दर्ज किया था। पांडेसरा पुलिस ने भी इसी तरह राजाराम दुबे के खिलाफ शिकायत दर्ज की है. आपको बता दे की वर्ष 2022 में फर्जी डॉक्टर जी.पी.मिश्रा के खिलाफ शराब तस्करी का मामला दर्ज किया गया था.
फर्जी डॉक्टरों ने निमंत्रण कार्ड छपवाए थे, जिनमें सूरत के पुलिस कमिश्नर अनुपम सिंह गहलोत, सूरत नगर निगम कमिश्नर शालिनी अग्रवाल और संयुक्त पुलिस कमिश्नर राघवेंद्र वत्स के नाम मुख्य अतिथि और विशिष्ट अतिथि के रूप में लिखे थे।
सूरत पुलिस की छापेमारी के दौरान अस्पताल में ऑपरेशन थियेटर के साथ-साथ दवाओं के ढेर मिले। अस्पताल को दो मंजिलों में शुरू किया गया है, जिसमें 24 घंटे आपातकालीन सेवा देने के लिए ऑपरेशन थियेटर भी है। यह पहला अस्पताल या क्लिनिक नहीं है, जहां डॉक्टरों के साथ इस तरह का व्यवहार किया गया हो, उन्हें कुछ ही घंटों में जमानत मिल जाती है और वे अपने क्लीनिक में फिर से प्रैक्टिस शुरू कर देते हैं।
जिला स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी अनिल पटेल ने बताया कि किसी भी अस्पताल को शुरू करने से पहले सरकारी विभाग को लिखित रिपोर्ट देनी होती है और ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराना होता है। लेकिन अस्पताल मालिकों ने मल्टी स्पेशियलिटी अस्पताल शुरू करने के लिए स्वास्थ्य विभाग से अनुमति लेने के लिए कोई रिपोर्ट या रजिस्ट्रेशन नहीं कराया है। अस्पताल को सील कर दिया गया है और एफआईआर दर्ज करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।