ED ने कैश-फॉर-वोट मामले में सूरत सहित इन जगहों पर छापेमारी की
भारतीय जांच एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गुरुवार को कथित कैश-फॉर-वोट मामले के तहत महाराष्ट्र और गुजरात में 24 जगहों पर छापेमारी की है. ये मामले मुख्य रूप से फर्जी दस्तावेजों और फर्जी केवाईसी के जरिए बड़े पैमाने पर बैंक खाते खोलने से संबंधित हैं। ईडी की टीमें फिलहाल अहमदाबाद में 13 जगहों, सूरत में तीन परिसरों, मालेगांव, नासिक में दो परिसरों और मुंबई में पांच परिसरों की तलाशी ले रही हैं।
ईडी की जांच में पता चला कि कथित तौर पर फर्जी दस्तावेजों और फर्जी KYC के जरिए कई बैंक खाते खोले गए। आरोप लगाया जा रहा है कि इन अकाउंट्स का इस्तेमाल वोट जिहाद के लिए किया गया था और चुनाव में धांधली की कोशिश की जा रही थी. ऐसे मामलों में बैंकिंग प्रणाली का दुरुपयोग करके जन प्रतिनिधित्व और लोकतांत्रिक प्रक्रिया को प्रभावित करने का प्रयास किया गया।
जानकारी के मुताबिक, ये सभी शहरो में कुल 14 बैंक खाते सितंबर और अक्टूबर के बीच खोले गए। सूत्रों ने बताया कि ईडी को 100 करोड़ रुपये से अधिक के लेनदेन की जानकारी मिली है और अब कुछ हवाला कारोबारी की भूमिका सहित अधिक साक्ष्य जुटाने के लिए तलाशी अभियान को अंजाम दे रही है।
इस मामले को लेकर जांच एजेंसी ने साफ कर दिया है कि मामले की गंभीरता को देखते हुए सभी पहलुओं की जांच की जाएगी. जिन लोगों पर मुकदमा चल रहा है उन्हें जांच में शामिल किया जाएगा। इसके अलावा, ऐसी धोखाधड़ी को रोकने के लिए बैंकिंग और अन्य वित्तीय संस्थानों से कड़ी निगरानी की अपेक्षा की जाती है। यह मामला भारतीय लोकतंत्र में चुनावी प्रक्रिया और बैंकिंग प्रणाली के संबंध में गंभीर चिंताओं को उजागर करता है। ईडी की जांच का मकसद ऐसे मामलों की पहचान करना और गैरकानूनी गतिविधियों को रोकने के लिए जरूरी कदम उठाना है.