आज नहाय-खाय से शुरू होगा छठ का महापर्व, जानिए अर्घ्य की तिथियां

आज नहाय-खाय से शुरू होगा छठ का महापर्व, जानिए अर्घ्य की तिथियां
Shubham Pandey JHBNEWS टीम,सूरत 2024-11-05 02:32:32

पूर्वोत्तर भारत का महत्वपूर्ण त्यौहार यानि छठ की शुरुआत होने वाली है। आज यानि 5 नवंबर 2024 से नहाय खाय के साथ ये महापर्व प्रारंभ हो गया है जो आज पहले दिन व्रती सात्विक भोजन ग्रहण करते हैं। नहाय खाय के साथ शुरू हुआ छठ, चौथे दिन उषा अर्घ्य के बाद समाप्त होता है। छठ पूजा के इन चार दिनों तक व्रत से जुड़े नियमों का पालन करना होता हैं। कल 5 नवंबर को नहाय खाय किया जाएगा। खरना पूजन 06 नवंबर को होगा है। 07 नवंबर को डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा और 08 नवंबर को उगते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ इस पर्व का समापन होगा। आइए जानते है छठ पूजा का विधि और नियमों। 

छठ पूजा हिंदू धर्म का है महत्वपूर्ण पर्व

यह हिंदू धर्म का महत्वपूर्ण पर्व है। यह पर्व खासकर बिहार, झारखंड और पूर्वी उत्तर प्रदेश जैसे भारतवर्ष के एक बड़े भूभाग में इसे श्रद्धा, आस्था और उत्साह के साथ मनाया जाता है। लेकिन अब छठ पर्व देश से लेकर विदेशों में भी भारतीय मूल के रहने वाले लोग भी मनाने लगे हैं। छठ को सूर्य षष्ठी के नाम से भी जाना है। क्योकिं इसमें सूर्य देव के साथ ही देवी षष्ठी की भी उपासना की जाती है।

यह ऐसा धार्मिक पर्व है जो पारिवारिक रिश्तों को मजबूत बनाता है, अपनों को करीब लाता है और प्रकृति से जोड़ता है। इसमें पवित्र स्नान, उपवास, उगते और डूबते सूर्य को अर्घ्य देना और पोखरा, नदी, तालाब अन्य स्तनों पर छठ पूजन किया जाता है | 

आपको बता दें कि भारत में मुख्य तौर पर छठ का पर्व बिहार, झारखंड और पूर्वी उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में मनाया जाता है। इस दिन महिलाएं अपने संतान की लंबी उम्र और स्वास्थ्य के लिए निर्जला व्रत रखती हैं। कहते हैं कि छठ पूजा के इस पावन पर्व में यदि सूर्य देव की विधि अनुसार पूजा अर्चना की जाए तो संतान के जीवन में खुशियों का वास होता है। इस दौरान पूजा और व्रत में कई नियमों का पालन भी किया जाता है, जिससे व्रत का पूर्ण फल प्राप्त होता है।

जानिए छठ पूजा की मुख्य तिथि 

  • नहाय खाय- मंगलवार 5 नवंबर 2024
  • खरना- बुधवार 6 नवंबर 2024
  • संध्या अर्घ्य- गुरुवार 7 नवंबर 2024
  • उषा अर्घ्य- शुक्रवार 8 नवंबर

छठ पूजा पर नहाय-खाय के दिन करें इन जरूरी नियमों का पालन

  • छठ पूजा का पहला दिन, ‘नहाय-खाय’, इस पर्व की शुरुआत का प्रतीक है. इस दिन व्रत रखने वाली महिलाओं को कुछ विशेष नियमों का पालन करना होता है.
  • इस दिन व्रत रखने वाली महिलाओं को सुबह जल्दी उठकर पूरे घर की अच्छे से साफ सफाई करनी चाहिए. इसके बाद स्नान करके स्वच्छ वस्त्र धारण करें. यदि संभव हो तो स्नान के बाद नए वस्त्र ही पहनें, वरना आप धुले हुए साफ वस्त्र भी पहन सकते हैं.
  • अब पूरे विधि-विधान से छठ पूजा का व्रत लेने का संकल्प लें और भगवान सूर्य को जल चढ़ाकर उनकी पूजा अर्चना करें.
  • छठ पूजा के दौरान खाने में शुद्धता का खास ख्याल रखा जाता है. इस दिन बनने वाले खाने में भूलकर भी लहसुन-प्याज आदि का प्रयोग न करें. इस दिन भोजन में चने की दाल, कद्दू की सब्जी, और चावल को प्रमुखता दी जाती है.
  • इस दिन भोजन बनाने के लिए नए या अच्छी तरह से साफ किए गए बर्तनों का ही उपयोग करते हैं, ताकि भोजन में पवित्रता बनी रहे.
  • नहाय-खाय के दिन भोजन पहले सूर्य देव को अर्पित करें, उसी के बाद आप भोजन कर सकते हैं.
  • नहाय खाय के दिन इस बात का भी खास ख्याल रखें कि इस दिन बनाया हुआ खाना सबसे पहले, छठ पूजा का व्रत रखने वाली महिलाएं ही खाएं. इसके बाद परिवार के अन्य सदस्य भोजन करें.
  • नहाय खाय के दिन जिन लोगों को छठ पूजा का व्रत नहीं रखना है उनको भी सात्विक भोजन ही करना चाहिए.