MUMBAI: रतन टाटा की प्रार्थना सभा में पारसी, मुस्लिम, ईसाई, सिख और हिंदू पुजारी एकजुट नजर आये
सुप्रसिद्ध उद्योगपति रतन टाटा का निधन हो गया है. वे 86 साल के थे. देश के सबसे बड़े कारोबारी ट्रस्ट टाटा संस के मानद चेयरमैन रतन टाटा मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती कराया गया था. बढ़ती उम्र के कारण उन्हें कई तरह की परेशानियां थीं. रतन टाटा के लिए देशभर के लोगों में असीम सम्मान था. टाटा समूह ने रतन टाटा के निधन की पुष्टि करते हुए कहा कि यह हमारे लिए बहुत बड़ी क्षति है. उन्होंने न सिर्फ टाटा समूह को बल्कि देश को भी आगे बढ़ाया है.
रतन टाटा की प्रार्थना सभा में पारसी, हिंदू, ईसाई, मुस्लिम और सिख धर्मों के पुजारियों ने एक साथ खड़े होकर प्रार्थनाएं पढ़ीं। उनके शरीर को, तिरंगे में लिपटा हुआ, नेशनल सेंटर फॉर परफॉर्मिंग आर्ट्स (NCPA) में रखा गया था, जिससे जनता उनके प्रति अपनी अंतिम श्रद्धांजलि अर्पित कर सके।
गुजरात सरकार ने रतन टाटा के निधन पर एक दिन के राजकीय शोक की घोषणा की है। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल रतन टाटा को श्रद्धांजलि देने के लिए मुंबई गए थे। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने रतन टाटा को श्रद्धांजलि अर्पित की। रतन टाटा का निधन बीती देर रात हुआ था। दिवंगत का पार्थिव शरीर अंतिम दर्शन के लिए नेशनल सेंटर फॉर परफॉर्मिंग आर्ट्स, नरीमन पॉइंट, मुंबई में रखा गया है। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल आज दोपहर मुंबई पहुंचे थे। दोपहर बाद वह गांधीनगर लौटेंगे।
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