GUJRAT: अहमदाबाद में महिलाओं के कपड़े पहनकर पुरुष खेलते हैं गरबा, जानिए क्या है इतिहास ?

GUJRAT: अहमदाबाद में महिलाओं के कपड़े पहनकर पुरुष खेलते हैं गरबा, जानिए क्या है इतिहास ?
Shubham Pandey JHBNEWS टीम,सूरत 2024-10-04 09:38:37

गुजरात समेत पूरे भारत में नवरात्रि के अवसर पर सभी लोग धूमधाम से गरबा खेलते हैं। गुजरात में एक ऐसी जगह भी है जहां पुरुष गरबा खेलते हैं लेकिन महिलाओं के कपड़े पहनकर। दरअसल, गुजरात की राजधानी अहमदाबाद के शाहपुर इलाके में साधु माता गली और अंबा माता मंदिर में नवरात्रि के दौरान पुरुष साड़ी पहनकर गरबा खेलते हैं। यहां नवरात्रि के पहले दिन सभी पुरुष महिलाओं की तरह सज धज कर साड़ी पहनकर गरबा खेलते हैं। 


पुरुष पहनते हैं साड़ी और चनिया-चोली

अहमदाबाद में नवरात्रि के दौरान एक खास समुदाय के पुरुष पिछले 200 सालों से एक विशेष परंपरा को निभाते चले आ रहे हैं। इस परंपरा का पालन अहमदाबाद में 'साडू माता नी पोल' में किया जाता है। नवरात्रि की आठवीं रात यानी महाष्टमी की रात को बरोट समुदाय के पुरुष महिलाओं की तरह साड़ी व चनिया-चोली पहनकर गरबा नृत्य करते हैं।

शेरी गरबा प्रथा

अहमदाबाद में चल रही इस परंपरा को शेरी गरबा कहा जाता है। बड़ौत समुदाय के लोग नवरात्रि की अष्टमी तिथि की रात को साड़ी पहनकर गरबा करते हैं। यहां पुरुष 200 साल पुरानी परंपरा का पालन कर रहे हैं।(वैष्णो देवी माता की रहस्यमयी कहानियां )

यहां रहने वाले लोगों का मानना है कि करीब 200 साल पहले सदुबा नाम की एक महिला ने बड़ौत समुदाय के पुरुषों को श्राप दिया था, इसलिए माता को नवरात्रि में प्रसन्न करने के लिए प्रथा की पालना की जाती है और पुरुषों द्वारा इसके लिए माफ़ी भी मांगी जाती है।

इसके साथ ही यह भी माना जाता है कि प्राचीन समय में लोग महिलाओं के लिए देर रात गर्भावस्था में गरबा खेलना सुरक्षित नहीं समझते थे। तब पुरुषों ने महिलाओं की जगह उनका भेष धारण करके गरबा खेलना शुरू कर दिया।