आज बाजार में एक झटके में 10 लाख करोड़ स्वाहा! जानिए सबसे बड़ी गिरावट के बारें में
शेयर बाजार आज गुरुवार को खुलते ही खुश देर में ही भरी गिरावट देखने को मिला हमारे एक्सपर्ट ने बताया की पिछले दिनों इजराइल और ईरान के युद्ध के कारण विश्वभर में शेयर बाजार में गिरावट देखने को मिला है साथ ही उसका असर भारतीय बाजार पर भी दिख रही है। बीएसई सेंसेक्स में 1,800 अंक की गिरावट के साथ खुला जबकि निफ्टी भी 550 अंक नीचे चला गया। सभी सेक्टर्स में गिरावट दिख रही है। इससे बीएसई में लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप 9.92 लाख करोड़ रुपये घटकर 464.95 लाख करोड़ रह गया। सेंसेक्स के 30 शेयरों में से 28 गिरावट के साथ खुले। इस बीच अनिल अंबानी की कंपनी रिलायंस पावर का शेयर एक बार फिर अपर सर्किट में पहुंच गया।
BSE पर लिस्टेड कंपनियों के शेयरों की मार्केट कैप 10 लाख करोड़ रुपये साफ हो गई है. वहीं, गुरुवार को आई गिरावट-बाजार में 2 महीने की बड़ी इंट्रा-डे गिरावट है. निफ्टी में 5 अगस्त के बाद की ये बड़ी इंट्रा-डे गिरावट है. इससे पहले 5 अगस्त को मार्केट 2.68% गिरा था. उस समय निफ्टी 662 अंक टूट गया था.
शेयर बाजार में गिरावट के पीछे मुख्य वजह मिडिल ईस्ट में बढ़ता तनाव है। इजरायल ने लेबनान में जमीनी कार्रवाई शुरू की है और हवाई हमले भी किए हैं। ईरान ने हिजबुल्लाह नेता हसन नसरल्लाह की मौत के बाद इजरायल पर बैलिस्टिक मिसाइल हमला करके जवाबी कार्रवाई की। इस संघर्ष के बड़े स्तर के युद्ध में बदलने की संभावना भी जताई जाने लगी है। ऐसे में निवेशक अब शेयर बाजार की जगह गोल्ड जैसे कम जोखिम वाले एसेट्स की ओर मुड़ रहे हैं। खासतौ से विदेशी निवेशक बाजार से पैसा निकाल रहे हैं।
फिडेंट एसेट मैनेजमेंट की फाउंडर और सीआईओ ऐश्वर्या दाधीच ने मनीकंट्रोल से कहा, "अगर मिडिल ईस्ट में कोई बड़ा जवाबी हमला होता है या तनाव बढ़ता है, तो इससे भू-राजनीतिक तनाव बढ़ सकता है, जिसका असर भारत सहित दुनिया भर के शेयर बाजारों पर पड़ सकता है। लेकिन अभी के लिए, मुझे नहीं लगता कि तत्काल चिंता का कोई कारण है। यह गिरावट अस्थायी है।"
बाजार में गिरावट के 5 कारण
- ईरान-इजराइल के बीच बढ़ता तनाव
- F&O पर सेबी के उठाए कदम
- FIIs का भारत से चीन की तरफ जाता निवेश
- क्रूड का भाव $75 के पास
- US चुनाव को लेकर घबराहट
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