IRAN: कोयला खदान में हुआ विस्फोट मीथेन गैस, 30 लोगों की मौत, 17 घायल
ईरान में कोयला खनन क्षेत्र में जोरदार विस्फोट होने की घटना सामने आयी है की मीथेन गैस लिक होने कारण कुछ समय बाद विस्फोट। तेहरान से लगभग 335 किलोमीटर दूर ताबास में कोयला खदान में विस्फोट हुआ है। इस खदान विस्फोट में कम से कम 30 लोगों की मौत हो गई है। पूर्वी ईरान में कोयला खदान में मिथेन गैस के रिसाव के कारण हुए विस्फोट में कम से कम 30 लोगों की मौत हो गई है और बड़ी संख्या में लोग घायल हुए हैं।
ईरान की सरकारी मीडिया ने रविवार को अपने एक समाचार में यह जानकारी दी है। सरकारी समाचार एजेंसी 'IRNA' ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि राजधानी तेहरान से लगभग 335 किलोमीटर दक्षिण-पूर्व में स्थित ताबास की कोयला खदान में शनिवार देर रात यह दुर्घटना हुई, जिसमें 30 लोग मारे गए। इसमें कहा गया है कि अधिकारियों ने घटनास्थल पर आपातकालीन कर्मचारियों को भेज दिया है। दुर्घटना के समय खदान में लगभग 70 लोग काम कर रहे थे। जिसमे से 35 से अधिक लोग घायल है
ईरान के राष्ट्रपति मसूद पेजेश्कियाने पीड़ितों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। "मैंने मंत्रियों से बात की है और हम विस्फोट के कारण का पता लगाने के लिए अपने सर्वश्रेष्ठ प्रयास कर रहे हैं," पेजेश्कियाने एक टेलीविजन इंटरव्यू में कहा। "17 घायलों को अस्पताल ले जाया गया," सरकारी टीवी ने ईरान के रेड क्रेसेंट प्रमुख के हवाले से बताया है। अब तक 24 लोग अभी भी लापता हैं।
सुरक्षा मानकों की अनदेखी से पहले भी हुआ हादसा
ईरान में खनन क्षेत्रों में इस तरह के हादसे दुर्लभ नहीं हैं। सुरक्षा मानकों की अनदेखी के चलते पिछले कुछ वर्षों में कई हादसे सामने आ चुके हैं। 2013 में दो अलग-अलग खदानों में हुए हादसों में 11 मजदूरों की जान गई थी। वहीं, 2009 और 2017 में भी बड़े विस्फोटों में क्रमशः 20 और 42 लोगों की जान गई थी। ये घटनाएं दर्शाती हैं कि ईरान में खनन क्षेत्र में सुरक्षा को लेकर गंभीर खामियां हैं। ईरान में खनन क्षेत्र में सुरक्षा मानकों का पालन न करने की गंभीरता को अक्सर नजरअंदाज किया जाता है। विस्फोट के समय मजदूरों को सुरक्षित निकालने के लिए आवश्यक आपातकालीन सेवाएं भी मौजूद नहीं थीं, जो कि इन हादसों की एक प्रमुख वजह मानी जाती हैं।
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