कौन है महायोगी पायलट बाबा? 86 साल की उम्र दुनिया को कहा अलविदा, कभी पाकिस्तान से युद्ध में दिखाई थी जाबांजी
महायोगी पायलट बाबा उर्फ कपिल अद्वैत का 86 वर्ष की अवस्था में मंगलवार को मुबंई के कोकिला बेन धीरु भाई अंबानी अस्पताल में निधन हो गया। वे पिछले कई माह से बीमार चल रहे थे। निधन की खबर मिलते ही सासाराम सहित पूरे जिले में उनके भक्तों के बीच शोक की लहर दौड़ पड़ी। पायलाट बाबा आश्रम के शिष्य व कार्यकर्ता शोकाकुल हो गए।
पायलट बाबा, जिनका असली नाम कपिल सिंह था, भारतीय वायुसेना में विंग कमांडर थे और उन्होंने दो बार पाकिस्तान के साथ युद्ध लड़ा था. इसके बाद उन्होंने संसार त्यागकर संन्यास का मार्ग अपनाया और आध्यात्मिक यात्रा पर निकल पड़े।
पायलट से बने थे बाबा
वायु सेना में काम करने के दौरान एक घटना ने कपिल सिंह को पायलट बाबा बना दिया। वे मिग विमान उड़ा रहे थे इस दौरान उनका विमान नियंत्रण खो बैठा। जीवित रहने की सारी उम्मीद खोने बे बाद वे अपने गुरु हरि बाबा को याद करना शुरू किया। इसके बाद विमान सुरक्षित रूप से उतर गया। तभी से आध्यात्म की तरफ मुड़ साधना के बाद पायलट बाबा बन गए। हरिद्वार, नैनीताल व उत्तर काशी में भी उनके आश्रम हैं।
पाकिस्तान में बरपाया था कहर
बिहार के सासाराम में जन्मे पायलट बाबा बनारस हिंदू विश्वविद्यालय से कार्बनिक रसायन विज्ञान में मास्टर डिग्री के बाद 1957 में वायु सेना में शामिल हुए. वायु सेना में रहने हुए उन्होंने कई कारनामे किये. 1965 के युद्ध के दौरान पायलट बाबा ने पाकिस्तानी शहरों के ऊपर अपने जीएनएटी (Gnat) विमान से बेहद नीचे उड़ान भरी, जो एक रिकॉर्ड है.