आश्चर्यजनक बात! सुरत के इस बच्चे ने मात्र सेकंड में तोड़ा वर्ल्ड रिकॉर्ड, जानिए कैसे?
सूरत शहर के वेसू इलाके में रहने वाले हयान रेलिया ने 5 वर्ष की उम्र में वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया है. उन्होंने मात्र 1 मिनट 45 सेकंड में 50 से अधिक देशों के राष्ट्रीय झंडों की पहचान कर यह रिकॉर्ड अपने नाम किया है.
जिस उम्र में छोटे बच्चे ज्यादातर अपना समय खेल-कूद में बिताते है. वही सूरत के वेसू इलाके में रहने वाले हयान रेलिया ने छोटी सी उम्र मे वर्ल्ड रिकॉर्ड बना दिया है. उन्होंने मात्र 1 मिनट 45 सेकंड में 50 से ज्यादा देशों के राष्ट्रीय झंडों की पहचान कर यह रिकॉर्ड अपने नाम किया है.
आप सभी को यह जानकर हैरानी होगा कि जब हयान सिर्फ दो साल का था, तब उसकी माता उसके लिए खेलने के लिए फ़्लैशकार्ड लेकर आई थी और पूरा रेलिया परिवार इस बात से आश्चर्यचकित था कि उसे खेल में इतने सारे देशों के नाम और उनके राष्ट्रीय झंडे कैसे याद थे। 5 वर्ष की आयु तक के बच्चे कुछ कठिन शब्दों का उच्चारण उसी उच्चारण के साथ नहीं कर पाते हैं। उस वक्त तक हयान ने करीब 50 देशों के अलग-अलग राष्ट्रीय झंडे का नाम याद कर लिया, हयान रेलिया ने 1 मिनट 45 सेकेंड में उन्होंने वर्ल्ड वाइड बुक ऑफ रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया है.
हयान रेलिया की माता एक टीचर हैं और हयान को झंडे पहचानने की कोई ट्रेनिंग नहीं दी गई है. खेलते समय, उन्होंने इनमें से प्रत्येक फ़्लैश कार्ड को देखकर विभिन्न देशों के राष्ट्रीय झंडों को पहचानना शुरू कर दिया। वह दिन में 5 मिनट तक फ़्लैशकार्ड के साथ खेलते थे और एक या दो नए देशों के नाम और राष्ट्रीय झंडों के नाम याद करने लगे। इस तरह उन्हें दुनिया के 50 से अधिक देशों के राष्ट्रीय झंडों के बारे में पता चला।
माता क्रिशा रेलिया ने कहा, मेरे घर में सभी लोग क्रिकेट मैच के प्रेमी है और सभी लोग एक साथ घर बैठकर क्रिकेट देखते है और वही हमारे साथ ही हयान भी देखता रहता था उसी जब मेरा बेटा हयान रेलिया 2 साल का था तब में उसे खेलने के लिए फ़्लैश कार्ड ले कर आई थी। और 195 देशों के झंडे फ़्लैश कार्ड से प्रतिदिन 5 मिनट खेलता था। इतनी उम्र में अक्सर बच्चे खेलना अधिक पसंद करते है हयान रेलिया ने कुछ दिन बाद सभी कार्ड को देखते ही उस देश का नाम फटाफट बोलने लगता था। उसे देखकर हमें एहसास हुआ कि हयान को इसमें दिलचस्पी है. हम उनकी उपलब्धि से बेहद खुश हैं.' हम चाहते हैं कि वह दुनिया के सभी 195 देशों के राष्ट्रीय झंडों को पहचाने और जब उसे समझ आए तो वह कम उम्र में कुछ हासिल करने पर गर्व महसूस करे।