भारत- नेपाल अंतरराष्ट्रीय सीमा 72 घंटे के लिए बॉर्डर सील, आवागमन पर रोक
भारत-नेपाल सीमा शुक्रवार को शाम सील कर दी गई। अगले 72 घंटों तक दोनों देशों के लोगों के सीमा पर आवागमन पर पाबंदी रहेगी। यहां तक कि विभिन्न प्रांतों से नेपाली सवारियों को लेकर नेपालगंज तक फर्राटा भरने वाली रोडवेज बसें भी रुपईडीहा से वापस लौटेंगी। चौथे चरण के चुनाव को शांतिपूर्ण ढंग से निपटाने को लेकर जिला निर्वाचन अधिकारी मोनिका रानी ने यह फैसला किया है।
लोकसभा चुनाव के मद्देनजर जिले में चौथे चरण के अंतर्गत 13 मई को होने वाले मतदान को देखते हुए भारत- नेपाल अंतरराष्ट्रीय सीमा पर आवागमन बंद कर शुक्रवार को बार्डर सील कर दिया गया है। सिर्फ दवा, पेट्रो पदार्थ के कंटेनर ही पूरी जांच प्रक्रिया के बाद सरहद पार आ जा सकेंगे। चुनाव को देखते हुए नेपालगंज तक फर्राटा भरने वाली रोडवेज बसों के संचालन को भी निर्धारित अवधि तक के लिए रोका कजा रहा है। हरिद्वार, हरियाणा, दिल्ली व अन्य प्रांतों से नेपाल जाने वाली रोडवेज बसों का रुपईडीहा में ही ठहराव होगा।
एसडीएम बीरेंद्र कुमार ने बताया कि डीएम के निर्देश के आलोक में 72 घंटे तक बॉर्डर सील रहेगा. अति आवश्यक तथा आवश्यक कार्यों को छोड़कर दोनों देश के पैदल, ट्रेन एवं अन्य किसी भी प्रकार के वाहनों का आवागमन बंद रहेगा.
एसएसबी के जवान भारतीय क्षेत्र में बॉर्डर के एंट्री प्वाइंट पर चौकसी बढ़ा दिए हैं. बता दें कि मधुबनी जिले में करीब 100 किलोमीटर से अधिक की अंतराष्ट्रीय सीमा पड़ती है. जहां झंझारपुर लोकसभा के बाद जिले के दूसरे लोकसभा क्षेत्र मधुबनी में चुनाव के दौरान भी बॉर्डर सील रहेगा.