Surat: आयुर्वेदिक उत्पाद कंपनी में खाद्य विभाग का छापा, 11.60 लाख रुपए का माल जब्त
सूरत के ओलपाड में बिना लाइसेंस के अवैध रूप से आयुर्वेदिक उत्पाद बनाने वाली फैक्ट्री पर राज्य के खाद्य और औषधि नियंत्रण विभाग द्वारा छापे मारे गए, जहां से मिले संदिग्ध माल के लगभग 15 नमूने लेकर, बाकी का 11.60 लाख रुपये का संदिग्ध माल जब्त किया गया, ऐसा खाद्य और औषधि नियंत्रण आयुक्त डॉ. एच. जी. कोसिया ने बताया।
आयुक्त ने आगे जानकारी देते हुए बताया कि सूरत में आयुर्वेदिक उत्पादों का उत्पादन और बिक्री करने वाली फैक्ट्री में ड्रग अधिकारियों की टीम द्वारा छापा मारा गया। स्थल पर काढ़ा, चूर्ण तथा जॉइंट रिलीफ ऑयल जैसे विभिन्न प्रकार की आयुर्वेदिक दवाओं का उत्पादन हो रहा था। पूछताछ करने पर जोगी हर्बास्यूटिकल प्रा.लि. द्वारा बिना लाइसेंस के इन दवाओं का उत्पादन हो रहा था, जिसे देखते हुए तुरंत उत्पादन बंद कराकर फैक्ट्री को सील कर दिया गया।
इस फर्म के निदेशक निलेशभाई जोगल और डॉ. देवांगी जोगल के खिलाफ कानूनी कार्रवाई के तहत फैक्ट्री से लगभग 2 लाख रुपये का कच्चा माल, 70 हजार रुपये का पैकिंग मटेरियल, 2.90 लाख रुपये की तैयार उत्पाद तथा 6 लाख रुपये की काढ़ा, चूर्ण और ऑयल बनाने की मशीनरी मिलाकर कुल 11.60 लाख रुपये का माल जब्त किया गया, ऐसा आयुक्त ने बताया।
आगे उन्होंने बताया कि खाद्य और औषधि नियंत्रण विभाग की टीम द्वारा फैक्ट्री में उत्पादित संदिग्ध आयुर्वेदिक दवाओं के पांच नमूने और कच्चे माल के दस नमूने लेकर कुल 15 नमूने पृथक्करण के लिए सरकारी प्रयोगशाला-वडोदरा भेजे गए हैं। पृथक्करण रिपोर्ट आने के बाद आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी। दवाओं के नमूनों की जांच कर मिलावट करने वाले तत्वों और अवैध रूप से नकली एलोपैथिक, आयुर्वेदिक और कॉस्मेटिक दवाएं बनाने वाले लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के लिए विभाग प्रतिबद्ध है, ऐसा उन्होंने जोड़ा।
यह उल्लेखनीय है कि हाल ही में खाद्य और औषधि नियंत्रण विभाग के अधिकारियों ने गांधीनगर में बिना लाइसेंस के नकली एलोपैथिक दवाएं बनाने वाली फैक्ट्री 'मे. श्री हेल्थकेयर' और सूरत में कॉस्मेटिक के नाम पर एलोपैथिक दवाएं ऑनलाइन अमेज़न के माध्यम से बेचने वाली फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया। इसके अलावा, भावनगर में भी ऑनलाइन अमेज़न के माध्यम से बिना किसी प्रकार के लाइसेंस के नकली कॉस्मेटिक बनाने वाली फर्मों पर छापे मारे गए, और लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ करने वाले और आपराधिक गतिविधियों में संलिप्त व्यक्तियों के खिलाफ सख्त कदम उठाए गए।