Delhi IAS Coaching Center: बेसमेंट लाइब्रेरी में तीन छात्रों की डूबकर हुई मौत, जिम्मेदार कोन? जानिए पूरा मामला

Delhi IAS Coaching Center: बेसमेंट लाइब्रेरी में तीन छात्रों की डूबकर हुई मौत, जिम्मेदार कोन? जानिए पूरा मामला
Anjali Singh JHBNEWS टीम,सूरत 2024-07-28 12:20:32

नई दिल्ली। राजधानी के ओल्ड राजेंद्र नगर इलाके में कोचिंग सेंटर राव आईएएस स्टडी सर्किल के बेसमेंट में स्थित लाइब्रेरी में करीब 35 छात्र और छात्राएं पढ़ाई कर रहे थे। अचानक शनिवार शाम साढ़े छह बजे के करीब पानी इतनी तेजी से आया कि लगा जलजला आ गया हो।

बेसमेंट में कैसे घुसा पानी?

हादसे में जिस छात्र की मौत हुई उसके दोस्त का कहना है कि ओल्ड राजेंद्र नगर के रोड पर अक्सर तेज बारिश की वजह से पानी भर जाता है. अब भी बारिश की वजह से काफी पानी भरा हुआ था. किसी पुलिसकर्मी ने बताया कि एक थार गाड़ी वहां से निकली पानी का लोड थोड़ा ज्यादा होने की वजह से गेट टूट गया और सारा पानी बेसमेंट में चला गया.

बेसमेंट में लाइब्रेरी थी जिसमें स्टूडेंट पढ़ाई करते थे. जैसे ही बेसमेंट में पानी गया काफी स्टूडेंट वहां से निकले और पुलिस को फोन किया, इस दौरान पुलिस को बताया कि 8 स्टूडेंट उसमें रह गए थे. जिसमें से 5 स्टूडेंट को पुलिस ने बाहर निकाला. उन स्टूडेंट ने बताया कि 3 अभी अंदर फंसे हुए हैं. एक स्टूडेंट को एक से डेढ़ घंटे बाद बाहर निकाला गया

छात्रों ने की ये मांगें

पहली मांग यह है कि दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए। दूसरी मांग है कि तत्काल घायलों और मौतों की वास्तविक संख्या बताई जाए। तीसरी मांग बेसमेंट में लाइब्रेरी बंद होनी चाहिए। आपदा प्रबंधन के लोगों ने मुझे बताया कि 8-10 लोग मारे गए हैं। यह दावा एक छात्र ने किया जो कल रात एक कोचिंग संस्थान के बेसमेंट में पानी भरने और तीन छात्रों की जान जाने के बाद एमसीडी के खिलाफ प्रदर्शन कर रहा था।


क्या है नियम

फायर सर्विस की नियमावली के मुताबिक किसी भी प्रतिष्ठान के बेसमेंट में व्यापारिक या व्यवसायिक गतिविधियों की अनुमति नहीं है. कहीं भी ऐसा पाए जाने संबंधित राज्य की फायर सर्विस उस प्रतिष्ठान की फायर एनओसी को रद्द कर सकती है. वहीं हर तीन साल पर एनओसी रिन्यू कराते समय फायर सर्विस के अधिकारी खुद मौके पर जाकर बेसमेंट का मुआयना करते हैं. इसमें खासतौर पर देखा जाता है कि बेसमेंट के अंदर किसी तरह का अस्थाई निर्माण तो नहीं किया गया है. इसके अलावा यह भी देखा जाता है कि बेसमेंट में किसी तरह का गोदाम तो नहीं बनाया गया है.