भारी बारिश के बाद यूपी में बाढ़ के हालात: वाराणसी में भोलानाथ मंदिर गंगा में डूबा, देखें फोटो
नेपाल से सटे उत्तर प्रदेश के 16 जिलों में बाढ़ की स्थिति बनी हुई है. यहां तीन नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं. राप्ती नदी, बूढ़ी राप्ती और कूनो नदी के उफान से गोरखपुर, सिद्धार्थनगर और गोंडा में हालात सबसे खराब हैं.
पिछले 24 घंटों में बारिश से जुड़ी घटनाओं में 6 लोगों की मौत हो गई है. उत्तर प्रदेश सरकार ने कहा कि सभी की मौत डूबने से हुई. इसके अलावा मंगलवार को कर्नाटक में भारी बारिश के बाद भूस्खलन से 4 लोगों की मौत हो गई.
गंगा का जलस्तर लगातार दूसरे दिन बढ़ा है। सोमवार को गंगा में बढ़ाव आधा हो गया लेकिन जलस्तर बढ़ने से घाटों पर दिक्कतें बढ़ गई हैं। जलस्तर बढ़ने से देर शाम आठ घाटों का संपर्क टूट गया. केंद्रीय जल आयोग के अनुसार गंगा का जलस्तर 61.79 मीटर दर्ज किया गया.
सोमवार को गंगा का जलस्तर 50 मिमी प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़ रहा था. पानी का बहाव बढ़ने पर नाविकों ने भी घाट पर नाव बांधनी शुरू कर दी है. नदी किनारे घाट के किनारे जगह-जगह जलकुंभी के ढेर लगे हुए हैं। रत्नेश्वर महादेव मंदिर पूरी तरह से पानी में डूब गया है. अब पानी छत को छूने लगा है. देर शाम प्राचीन दशाश्वमेध घाट पर होने वाली गंगा आरती का स्थान भी बदलना पड़ा।