हाथरस हत्याकांड में हुए ये नए खुलासे, अब तक लगभग 121 लोगो की मौत, सीएम योगी पहुंचे अस्पताल, कहीं ये बड़ी बात
यूपी के हाथरस में सत्संग के दौरान मची भगदड़ में अब तक लगभग 121 लोगों की मौत हो चुकी है और कई घायल हैं। इस बीच यूपी के सीएम योगी मृतकों के परिवार से मिलने अस्पताल पहुंचे थे।
उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में मंगलवार को नारायण साकार विश्व हरि के नाम से प्रसिद्ध भोले बाबा के कार्यक्रम में लाखों की संख्या में भक्तों की भीड़ जुटी। कार्यक्रम स्थल पर प्रशासन की परमिशन से ज्यादा भक्त सत्संग कार्यक्रम में पहुंचे। भोले बाबा के सत्संग के दौरान भगदड़ मच गई।
इस घटना के बारे में बात करते हुए सीएम योगी ने कहा कि, इस पूरी घटना की तह तक जाने के लिए शासन स्तर पर हमने कल भी व्यवस्था बनाई थी लेकिन हमारी प्राथमिकता राहत-बचाव कार्य थी। इस हादसे में 121 श्रद्धालुओं की मृत्यु हुई जो उत्तर प्रदेश के साथ-साथ हरियाणा, राजस्थान और मध्य प्रदेश से जुड़े हुए थे..."
प्राथमिक कार्यवाही में यह लापरवाही सामने आई
1. पहले निकास और प्रवेश बिंदु नहीं बनाए गए थे।
2. निशान लगाकर बिंदु बनाना जरूरी है, लेकिन निशान कहीं नजर नहीं आया।
3. आपातकालीन मार्ग का निर्माण नहीं कराया गया।
4. 80 हजार लोगों पर कोई मेडिकल टीम नहीं थी.
5. मेडिकल टीम थी या नहीं यह भी जांच का विषय है.
6. कम से कम 5 एम्बुलेंसहोनी चाहिए थीं, जो नहीं थीं.
7. लोगों की उपस्थिति के अनुरूप कूलर व पंखे की व्यवस्था नहीं थी.
8. भीड़ की तुलना में स्वयंसेवक बहुत कम थे.
9. प्रशासन द्वारा तैनात बल नगण्य था.
10. खाने-पीने की उचित व्यवस्था नहीं थी.
11. जिस रास्ते से बाबा का काफिला गुजरा उस रास्ते पर कोई बैरिकेडिंग नहीं थी.
12. आयोजकों द्वारा ली गई अनुमति में हर बात का जिक्र नहीं था.
13. पूरे मैदान को समतल कर कम से कम 10 एकड़ जमीन को समतल करना था, जो नहीं किया गया.
14. मैदान के चारों तरफ आने-जाने के लिए सड़क बननी थी, जो नहीं बन सकी. वहाँ केवल एक छोटी सी कच्ची सड़क थी।
15. अनुमति लेने और देने दोनों में घोर लापरवाही बरती गई.