Chandrayaan-4: चंद्र पर पहुंचने से पहले ही भारत ऐसे रचेगा इतिहास, जानिए क्या प्लानिंग है इसरो की?
भारत की स्पेस कंपनी इसरो नई बुलंदियों को छू रही है। भारत ने चंद्रयान-3 को चांद के दक्षिणी ध्रुव पर उतारकर इसरो पहले ही इतिहास रच चुकी है। इसी के साथ भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी ऐसा करने वाली दुनिया की पहली संस्था भी है।
चंद्रयान-3 की विश्वभर में सफलता के बाद अब इसरो ने पूरा ध्यान चंद्रयान-4 (Chandrayaan-4) पर कर लिया है। इस बार इसरो कुछ ऐसा करने वाली है जो आज तक किसी देश ने नही किया है।
इसी को लेकर बुधवार को इसरो चीफ एस सोमनाथ ने बड़ा खुलासा किया। उन्होंने कहा कि चंद्रयान-4 के हिस्से एक नहीं दो लॉन्चिंग में भेजे जाएंगे। इन हिस्सों को पहले कक्षा में भेजा जाएगा और फिर अंतरिक्ष में ही जोड़ा जाएगा।
उन्होंने ये भी कहा की अगर ऐसा हो जाता है तो संभवतः यह दुनिया में पहली बार होगा और चांद पर पहुंचने से पहले ही इसरो फिर एक इतिहास रच देगा। उन्होंने चंद्रयान-4 के उद्देश्य के बारे में भी कहा कि चंद्रयान-4 का मुख्य लक्ष्य चांद से नमूने लेकर आना है।
फिलहाल चंद्रयान-4 कब लॉन्च होगा उसकी जानकारी नहीं दी गई है।