Action: पुलिस कमिश्नर अनुपम सिंह गहलोत ने शुरू की नई मुहिम, सूरत नहीं बल्कि गुजरात में अवैध ब्याजखोरों की अब खेर नही
सुरत के पुलिस कमिश्नर अनुपम सिंह गहलोत अपने एक्शन मोड़ के लिए काफी चर्चा में है। जो को लगभग 6 महीनो तक कोई पुलिस कमिश्नर न होने से शहर में गुना खोरी बढ़ गई थी। जैसे काबू के लाने के लिए कमिश्नर द्वारा गुनेगरो के खिलाफ कई नए अभियान चलाए जा रहे है।
गुना का मतलब चोरी, लूट, हत्या नही ब्याजखोरी भी है, जिसके कारण परेशान होके लोग आत्महत्या कर रहे है। जो को अब एक बड़ी समस्या बन गया है। पुलिस के अभियान के दौरान ही सूरत में भी कई बार ऐसी खबरे प्रकाश में आई है की कुछ पैसे डेली कलेंसन पर ले लेते है और वह भरने में न समर्थ हो तो यह सब कृत करने का कदम उठा लेते है जेसे की जहर पीना, आत्महाया करना, गले में फासी से लटकना इत्यादि, आत्महत्या की वजह राज्य में ब्याजखोरी रही हैं।
इतना ही नहीं राज्य के मुख्यमंत्री द्वारा अवैध तरीके से ऋण देकर ब्याजखोरी का धंधा करने वालों के खिलाफ पुलिस को सख्ती बरतने के आदेश दिये गए हैं। जिसके चलते पुलिस ने सोमवार से राज्यभर में लोक दरबार लगाकर लोगों से ब्याज का अवैध धंधा करने वालों की शिकायतें लेना शुरु कर दिया है। कांग्रेस ने राज्य में अपराध बढने व ब्याजखोरों के आतंक से लोगों के आत्महत्या करने का मुद्दा उठाया गया था।
ब्याजखोरों से परेशान होकर लोग कर रहें आत्महत्या
ग्रह राज्यमंत्री हर्ष संघवी ने बताया कि राज्य में गरीब व जरुरतमंद लोगों को अवैध तरीके से ऋण देकर उनका आर्थिक शोषण करने वालों के खिलाफ गुजरात पुलिस एक अभियान चलाकर उनके खिलाफ कानूनी कार्यवाही करेगी। सूरत पुलिस आयुक्त अजय तोमर ने गैरकानूनी तरीके से ब्याज वसूलने वालों के खिलाफ एक खास मुहिम चलाई थी, उसकी सफलता के बाद अब इसे राज्य में लागू किया गया है।