उत्तराखंड: पहाड़ों में बेकाबू आग ने मचाया तांडव, पिथौरागढ़ में 106 जगह धधके जंगल
उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों मे इन दिनों जंगल आग की चपेट में हैं। वनों की आग से सबसे अधिक कुमाऊं मंडल प्रभावित हुआ है। वहीं, पिथौरागढ़ वन प्रभाग में सर्वाधिक जंगल की आग की घटनाएं हुईं हैं।
जंगल की आग से हर दिन वन संपदा को नुकसान पहुंच रहा है वनों की आग से सबसे अधिक कुमाऊं मंडल प्रभावित हुआ है। राज्य में पिथौरागढ़ वन प्रभाग में सर्वाधिक जंगल की आग की घटनाएं हुईं हैं। तराई पूर्वी, अल्मोड़ा और चंपावत वन प्रभाग में भी पचास से अधिक जंगल की आग की घटना हो चुकी है।
केवल नैनीताल सोइल कंजरवेशन वन प्रभाग में कोई भी घटना रिपोर्ट नहीं हुई है। गढ़वाल मंडल की बात करें तो सर्वाधिक जंगल की आग लगने की घटना सिविल सोयम पौड़ी वन प्रभाग में हुई है। यहां 65 आग लगने की घटनाएं हुई हैं। मसूरी में भी 42 घटनाएं हुई हैं।
जानकारी के मुताबिक, 7 महीने में उत्तराखंड के जंगलों में आग की करीब 910 घटनाएं सामने आई हैं. 1 नवंबर, 2023 से लेकर अब तक आग की घटनाओं से 1145 हेक्टेयर जंगल प्रभावित हुआ है. खास बात ये है किउत्तराखंड को ठंडे प्रदेश के तौर पर जाना जाता है, यहां पर कुछ खास गर्मी भी नहीं पड़ती है, फिर भी जंगल में आग क्यों लग रही है?