विरोध प्रदर्शन: लिम्बायत जॉन ऑफिस क्षेत्र में 10 से अधिक मंदिरो को हटाने के लिए नोटिस पर बजरंग सेनाने जताई आपत्ति
सूरत महानगरपालिका द्वारा लिम्बायत जॉन ऑफिस क्षेत्र में विकास के नाम पर 10 अधिक मंदिरों को हटाने को नोटिस देने के बाद बजरंग सेना के सैकड़ों कार्यकर्ता खुलकर विरोध में आ गए हैं आज सोमवार को बजरंग सेवा द्वारा लिंबायत जोन ऑफिस जोनल अधिकारी को आवेदन पत्र दिया गया और साथ में यह भी कहा कि हमारे सनातन धर्म के देवी देवताओं से खिलवाड़ ना करें नहीं तो हम पूरे सूरत में आंदोलन पर उतर जाएंगे l
सैकड़ों वर्ष पहले जीस प्रकार मुगल साम्राज्य में हिंदू संस्कृति और हिंदू मंदिरों का सर्वनाश करने का कार्य मुगलशासक और उनकी सल्तनत द्वारा किया जा रहा था उसी प्रकार से सूरत महानगर पालिका के लिंबायत ज़ोन के अधिकारी एवं कर्मचारी द्वारा विकास के नाम पर हिंदू मंदिरों को टारगेट किया जा रहा है।
एक तरफ यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा सनातन धर्म का पुनः उत्थान का कार्य किया जा रहा है जिसमें देश के अनेकों प्राचीन मंदिरों का जीर्णोद्धार किया जा रहा है और दूसरी तरफ लिंबायत ज़ोन के अधिकारी एवं कर्मचारियों द्वारा सनातन धर्म के प्रतीक एवं आस्था के केंद्र मंदिरों को तोड़ने का घृणित कार्य किया जा रहा है
मंदिरो के नाम और स्थान
चरण 1 :- शिवशक्ति गोविंद धाम मंदिर ( पटेलनगर )
चरण 2 :- दुर्गा माता मंदिर ( जिग्नेश नगर सुदर्शन स्कूल )
चरण 3 :- महादेव मन्दिर ( भावना पार्क 2 )
चरण 4 :- जीवदानी माता मन्दिर ( मिलेनियम मार्केट )
चरण 5 :- दुर्गा माता मन्दिर ( वृंदावन सोसायटी )
चरण 6 :- दुर्गा माता मन्दिर ( गोड़ादरा हेल्थ सेंटर )
बजरंग सेना के प्रमुख पंचदेव सिंह ने बताया कि विकास के नाम पर 10 से अधिक मंदिरो को नोटिस जारी की गई है, आज मैं और हमारे कार्यकताओं के साथ लिंबायत जोन ऑफिस जोनल अधिकारी को आवेदन पत्र दिया गया है, अगर मन्दिर को किसी प्रकार का हानि पहुंचती है तो इसका जिम्मेदार सूरत महानगर पालिका की होगी l अगर यह नोटिस आप लोग वापस नही लेते है तो इसके बाद हम सभी लोग धरना प्रदर्शन का आदेश दिया l