पूर्वोत्तर में बारिश का कोहराम: असम, मिजोरम, नगालैंड और मेघालय में 27 की मौत, भारी बारिश की ओर भूस्खलन की वजह से अनेक घायल
पूर्वोत्तर के राज्यों में बारिश और भूस्खलन के कारण कई लोगों की मौत हुई है। कई लापता हैं। ऐसे में संख्या बढ़ने की आशंका है। राहत और बचाव कार्य युद्धस्तर पर जारी है।
असम में चक्रवात 'रेमल' के बाद तेज हवा के साथ भारी बारिश होने से मंगलवार को अलग-अलग घटनाओं में एक महिला समेत चार लोगों की मौत हो गई। जबकि 18 घायल हो गए। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने कहा कि नगांव, होजई, पश्चिम कार्बी आंगलोंग, गोलाघाट, दीमा हसाओ, कछार, हैलाकांडी और करीमगंज में भारी बारिश और 40-50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने के साथ खराब मौसम जारी रहने की संभावना है। उन्होंने कहा कि पूर्वी बांग्लादेश में तूफान 15 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से पूर्व-उत्तर पूर्व की ओर बढ़ रहा है और आज रात तक इसके कमजोर पड़ने की आशंका है।
त्रिपुरा: मूसलाधार बारिश और तूफान से बेघर हुए 746 लोग
त्रिपुरा में चक्रवात रेमल के बाद मूसलाधार बारिश और तूफान के कारण 746 लोग बेघर हो गए हैं। राज्य के एक मंत्री ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
परिवहन मंत्री सुशांत चौधरी ने कहा कि चक्रवात ने बिजली और कृषि क्षेत्रों में भारी तबाही मचाई है, जिससे कुल 10 करोड़ रुपये से ज्यादा का नुकसान होने का अनुमान है। उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि खड़ी फसलों और बिजली क्षेत्र को नुकसान पहुंचने के बावजूद राज्य में चक्रवाती तूफान के कारण कोई इंसान हताहत नहीं हुआ। चौधरी ने बताया कि कई निचले इलाकों में बाढ़ आई है, जिससे 746 लोग बेघर हो गए हैं, जिन्हें 15 राहत शिविरों में शरण लेनी पड़ी है।
मिजोरम: पत्थर की खदान ढहने से 14 की मौत, 8 लापता
उधर, मिजोरम में चक्रवात रेमल के बाद भूस्खलन और लगातार बारिश के चलते मंगलवार को पत्थर खदान ढहने से 14 लोगों की मौत हो गई। भूस्खलन के बाद कई लोग लापता हो गए। भूस्खलन के कारण राज्य का राजधानी क्षेत्र कई घंटों तक देश के बाकी हिस्सों से कटा रहा। मिजोरम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एमएसडीएमए) ने कहा कि आइजोल जिले में एक पत्थर खदान के ढह जाने से दो नाबालिगों सहित 14 लोगों की मौत हो गई। करीब आठ अन्य लोग लापता हो गए।