राम-सीता की अलौकिक रंगोली: डॉ. हेत्वी पटेल की भक्ति और कला का अद्भुत संगम

राम-सीता की अलौकिक रंगोली: डॉ. हेत्वी पटेल की भक्ति और कला का अद्भुत संगम
Shubham Pandey JHBNEWS टीम,सूरत 2025-11-01 21:11:46
भारत में त्योहारों का अर्थ केवल उत्सव नहीं, बल्कि परंपरा, संस्कृति और आध्यात्मिकता का प्रतीक होता है। दीपावली से लेकर देव-दीपावली तक घर के आँगन में रंगोली सजाने की परंपरा इसी संस्कृति का एक जीवंत स्वरूप है। यह न केवल सौंदर्य बढ़ाती है, बल्कि सकारात्मक ऊर्जा और शुभता का भी संदेश देती है।

इसी प्राचीन परंपरा को नए युग की कला और भक्ति से जोड़ते हुए सूरत की डॉ. हेत्वी पटेल ने एक अद्भुत मिसाल प्रस्तुत की है। उन्होंने भगवान श्रीराम और माता सीता का ऐसा मनोहारी चित्र रंगोली के माध्यम से उकेरा है, जिसे देखकर भक्तिभाव स्वाभाविक रूप से उमड़ पड़ता है। रंगोली की बारीकियाँ, रंगों का संयोजन और चेहरे के भावों की कोमलता इस कृति को अलौकिक बना देती है।

डॉ. हेत्वी पटेल के अनुसार, यह केवल एक कला-निर्माण नहीं, बल्कि राम-सीता की मर्यादा, प्रेम और आदर्शों का संदेश जन-जन तक पहुँचाने का संकल्प है। इस रंगोली को तैयार करने में कुछ घंटे का श्रम, ध्यान और पूर्ण समर्पण शामिल है। हर रेखा में भक्ति का भाव और हर रंग में दिव्यता का स्पर्श महसूस होता है।