सुरत पुलिस की सबसे बड़ी कार्यवाई, ‘राहुल एपार्टमेंट’ के मकानों पर चला बुलडोजर, जानिए पूरा मामला ?

गुजरात के प्रमुख शहरों समेत कई इलाकों में अराजक तत्वों का उत्पात बढ़ता जा रहा है। अहमदाबाद के वस्त्राल में जनता में भय फैलाने वाले आरोपियों के घर को ध्वस्त करने के बाद राज्य पुलिस प्रमुख विकास सहाय को 100 घंटे के भीतर पूरे गुजरात में असामाजिक तत्वों की सूची तैयार करने का निर्देश दिया गया है। उस समय सूरत के उधना क्षेत्र में ‘राहुल अपार्टमेंट’ गिरोह के आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की गई थी। आज (18 मार्च 2025) कड़ी पुलिस सुरक्षा के बीच बुलडोजर और हथौड़ों से तीन मकानों को ध्वस्त कर दिया गया।
सूरत के उघना इलाके में 'राहुल अपार्टमेंट' नाम से गिरोह चलाने वाले राहुल दीपड़े ने सरकारी आवास के पास अवैध रूप से तीन मकान बना लिए थे। जिसका उपयोग अवैध गतिविधियों के लिए किया जाता था। राहुल दीपड़े सूर्या मराठी हत्याकांड सहित मारपीट और हत्या के 22 अपराधों में शामिल था।
सूरत क्राइम ब्रांच ने 100 घंटे के भीतर असामाजिक तत्वों की सूची तैयार करने के अभियान के तहत 22 लोगों को तलब कर उनसे पूछताछ की। इन सभी आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
100 घंटे के इस अभियान के तहत सूरत क्राइम ब्रांच ने 22 लोगों को थाने बुलाया, जहां उन्हें 'कान पकड़कर' बैठने को मजबूर किया गया। पुलिस द्वारा इन व्यक्तियों से बार-बार पूछताछ की गई और यह स्पष्ट कर दिया गया है कि उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। सूरत क्राइम ब्रांच ने विशेष जांच के दौरान करीब 1300 अपराधियों की सूची बनाई है। इसमें 300 गंभीर अपराध शामिल हैं.
अहमदाबाद के वस्त्राल की घटना के बाद गुजरात पुलिस प्रमुख ने एक बड़ा आदेश जारी करते हुए कहा है कि 100 घंटे के भीतर राज्य भर के असामाजिक तत्वों की सूची तैयार की जाए। राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति को और सुदृढ़ करने तथा असामाजिक तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने तथा उन पर पूर्ण नियंत्रण पाने के उद्देश्य से राज्य पुलिस प्रमुख विकास सहाय ने शनिवार को वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से सभी पुलिस आयुक्तों, रेंज प्रमुखों और पुलिस अधीक्षकों के साथ एक जरूरी बैठक की। जिसमें अगले 100 घंटे के अंदर राज्य के हर थाना क्षेत्र में रहने वाले असामाजिक तत्वों की सूची तैयार करने के सख्त निर्देश दिए गए।
प्रदेश में असामाजिक तत्वों के विरुद्ध कठोर दंडात्मक कार्रवाई करने के लिए लिए गए इस निर्णय को तत्काल लागू करने के आदेश जारी कर दिए गए हैं। इस बात पर भी स्पष्टीकरण दिया गया है कि असामाजिक तत्वों की इस सूची में किन तत्वों को शामिल किया जाना चाहिए। इस सूची में उन लोगों को शामिल करने के आदेश दिए गए हैं जो बार-बार शरीर के विरुद्ध अपराध में शामिल रहते हैं, जबरन वसूली करते हैं, डराते-धमकाते हैं, संपत्ति के विरुद्ध अपराध करते हैं, शराबबंदी-जुआ कारोबार में संलिप्त रहते हैं, खनिज चोरी जैसे अपराधों में संलिप्त रहते हैं तथा अन्य असामाजिक कृत्य करके जनता में भय फैलाते हैं।
गुजरात के पुलिस प्रमुख विकास सहाय ने भी स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि अराजक तत्वों की सूची तैयार होने के बाद स्थानीय प्रशासन के साथ समन्वय कर किस तरह की सख्त कार्रवाई करनी होगी। इसके अलावा स्थानीय निकायों से समन्वय कर अवैध निर्माण हटाने, सरकारी भूमि पर अतिक्रमण होने पर आवश्यक कार्रवाई करने, अवैध बिजली कनेक्शन पाए जाने पर कानूनी कार्रवाई करने, जीयूवीएनएल से बात कर कानूनी कार्रवाई करने, उनके बैंक खातों की जांच करने तथा वित्तीय लेनदेन में कोई अवैध गतिविधि पाए जाने पर आवश्यक कार्रवाई करने के सख्त निर्देश दिए गए हैं।