Surat: रेड एंड व्हाइट इंस्टीट्यूट के पास फिरौती की मांग, NSUI के पांच नेता गिरफ्तार, दो फरार

सूरत शहर में नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया (NSUI) के कुछ नेताओं पर फिरौती मांगने का गंभीर आरोप लगा है। पुलिस द्वारा दर्ज की गई शिकायत के अनुसार, इन नेताओं ने रेड एंड व्हाइट इंस्टीट्यूट के पास एक करोड़ रुपये की फिरौती मांगी थी। इस मामले में सारोली पुलिस ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि दो आरोपी अभी भी फरार हैं।
गुजरात के प्रतिष्ठित रेड एंड व्हाइट इंस्टीट्यूट से जुड़े इस मामले में NSUI नेताओं ने संस्थान से पैसे ऐंठने की कोशिश की। जो एक वीडियो वायरल हुआ है जिसमे एक थैले में काफ़ी कैसे की गद्दी को NSUI नेता के हाथ में देकर चला गया जिसमे नेता ने कहा की इस पुरे मामले को पटाने के लिए काम से काम 1 करोड़ रुपये की मांग की और अपना खुद का नंबर दिया और कहा की जैसा भी हो मुझे इस नंबर पे फ़ोन करके बताना ये सब मामला में पता दूंगा।
सारोली पुलिस रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने पटावट के नाम पर 6.50 लाख रुपये वसूले थे और इसके अलावा 1 करोड़ रुपये की मांग की थी।
NSUI ने क्या आरोप लगाया था
रेड एंड व्हाइट इंस्टीट्यूट फर्जी संस्थान है। उसके पास एनओसी ही नहीं है। रेड एंड व्हाइट मल्टीमीडिया इंस्टीट्यूट छात्रों को फर्जी सर्टिफिकेट देता है। 40,000 से अधिक छात्र इसमें पढ़ते हैं। यह संस्थान पूरे गुजरात में 23 अलग-अलग शाखाओं में चल रहा है। अकेले सूरत में इसकी 8 ब्रांच हैं। कई कोर्स ऐसे हैं जिन्हें राज्य सरकार की गाइडलाइन के अनुसार नियमित रूप से करना होता है, लेकिन यह संस्थान एक्सटर्नल कराता है। नियम के मुताबिक किसी भी निजी संस्थान को उस क्षेत्र की यूनिवर्सिटी से एनओसी लेनी चाहिए, लेकिन इस इंस्टिट्यूट के पास एनओसी नहीं है।
जब यह मामला सामने आया, तब वीर नर्मद साउथ गुजरात यूनिवर्सिटी (VNSGU) ने इस पूरे विवाद की जांच की। जांच के दौरान यूनिवर्सिटी प्रशासन ने साफ कर दिया कि रेड एंड व्हाइट इंस्टीट्यूट ने किसी भी प्रकार की गड़बड़ी नहीं की है। इसके बाद पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई गई और जांच शुरू हुई।
गिरफ्तार आरोपी और फरार अपराधी
इस मामले में सारोली पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए रवि पूछड़िया, प्रीत चावड़ा, धीरेन्द्र सोलंकी, मितेष हडिया और तुषार मकवाणा को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस को अभी भी अभिषेक चौहान और किशोर डाभी की तलाश है, जो इस मामले में वॉन्टेड आरोपी हैं।
सारोली पुलिस इस मामले में गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ कर रही है और फरार आरोपियों की तलाश में जुटी हुई है। पुलिस के अनुसार, इस पूरे गिरोह ने शिक्षण संस्थानों को धमकाकर पैसे वसूलने की योजना बनाई थी। फिलहाल, इस केस की गहराई से जांच की जा रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि कहीं इसमें कोई और लोग तो शामिल नहीं हैं।
NSUI की छवि पर सवाल
यह मामला सामने आने के बाद NSUI की छवि पर बड़ा सवाल उठ गया है। छात्र संगठन, जिसका उद्देश्य छात्रों की समस्याओं को हल करना और उनके अधिकारों की रक्षा करना होता है, उस पर इस तरह के गंभीर आरोप लगना चिंता का विषय है। इस घटना के बाद, राजनीतिक गलियारों में भी इस मुद्दे पर चर्चा हो रही है और संगठन की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े हो गए हैं।
नेता हो तो ऐसा जो न लेता पैसा.....
— Jay Hind Bharatvarsh (@HindBharatvarsh) February 21, 2025
रेड एंड व्हाइट मल्टीमीडिया एजुकेशन की छवि बिगड़ने के लिए नाम पर एनएसयूआई के नेताओं ने मांगा फिरौती ।
गिरफ्तार आरोपी: रवि पूछड़िया, प्रीत चावड़ा,धीरेन्द्र सोलंकी, मितेष हडिया, तुषार मकवाणा
वॉन्टेड आरोपी: अभिषेक चौहान, किशोर डाभी#NSUI #Surat pic.twitter.com/pbBUaOntJ5