समंदर का सिकंदर: पीएम मोदी ने देश को समर्पित किए "त्रिदेव" INS सूरत, नीलगिरि और वाघशिर

समंदर का सिकंदर: पीएम मोदी ने देश को समर्पित किए "त्रिदेव" INS सूरत,  नीलगिरि और वाघशिर
Shubham Pandey JHBNEWS टीम,सूरत 2025-01-15 13:29:28

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को मुंबई में भारतीय नौसेना डॉकयार्ड पहुंचे। यहां उन्होंने नौसेना को तीन जहाज, INS सूरत, INS नीलगिरि और INS वाघशिर देश समर्पित किए। इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा कि नौसेना ने गौरवशाली इतिहास रचा है. ये तीनों जहाज भारत में बने हैं, जो सुरक्षा को नई मजबूती देंगे. यह पूरे क्षेत्र को आतंकवाद, मादक पदार्थों की तस्करी से बचाएगा।

पीएम मोदी ने इस दिन कहा कि नौसेना को नई ताकत मिली है. हम नौसेना को मजबूत करने के लिए कदम उठा रहे हैं। आज भारत की समुद्री विरासत, नौसेना के गौरवशाली इतिहास और आत्मनिर्भर भारत अभियान के लिए बहुत बड़ा दिन है। छत्रपति शिवाजी महाराज ने नौसेना को नई ताकत और दृष्टि दी। आज हम इस पवित्र भूमि पर 21वीं सदी की नौसेना को मजबूत करने की दिशा में एक बड़ा कदम उठा रहे हैं। यह पहली बार है कि एक विध्वंसक, एक युद्धपोत और एक पनडुब्बी का एक साथ जलावतरण किया जा रहा है। गर्व की बात यह है कि ये तीनों मेड इन इंडिया हैं।

पीएम मोदी ने आगे कहा कि आज भारत दुनिया भर में और खासकर ग्लोबल साउथ में एक विश्वसनीय और जिम्मेदार सहयोगी के रूप में पहचाना जाता है। भारत क्षेत्रवाद नहीं है. भारत विकासवाद की भावना से काम करता है। 15 जनवरी को सेना दिवस के नाम से भी जाना जाता है। मैं देश की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले हर सैनिक को नमन करता हूं। मैं भारत माता की रक्षा के लिए लड़ रही सभी वीर वीरांगनाओं को शुभकामनाएं देता हूं।

पीएम मोदी ने कहा कि भारत ने हमेशा खुले, सुरक्षित, समावेशी और समृद्ध हिंद-प्रशांत क्षेत्र का समर्थन किया है। इसीलिए जब तटीय देशों के विकास की बात हुई तो भारत ने समुद्र का मंत्र दिया। सागर का मतलब क्षेत्र में सभी के लिए सुरक्षा और विकास है। हमारी सरकार ने अपने तीसरे कार्यकाल की शुरुआत कई बड़े फैसलों के साथ की। हमने तेजी से नई नीतियां बनाईं, देश की जरूरतों को देखते हुए हमने अपना नया काम शुरू किया, देश के हर कोने, हर क्षेत्र का विकास हो, इस लक्ष्य को लेकर हम आगे बढ़ रहे हैं।

क्या सबमरीन वाघशीर: भारतीय नौसेना के बेड़े में शामिल होने जा रही नई सबमरीन का नाम है-वाघशीर. वाघशीर का नाम हिंद महासागर में पाई जाने वाली सैंड फिश के नाम पर है. यह डीप सी प्रिडियेटर के नाम से भी जानी जाती है. यह प्रोजेक्ट 75 के तहत वगशीर स्कॉर्पीन क्लास की छठी और आखिरी सबमरीन है. यह डीजल इलेक्ट्रिक अटैक सबमरीन है. और लेटेस्ट तकनीक और आधुनिक फीचर्स से लैस है. दुश्मनों के लिए पानी के भीतर इससे मुकाबला करना नामुमकीन जैसा है.

INS वाघशीर (सबमरीन)

  • यह P75 स्कॉर्पीन प्रोजेक्ट के कलवरी क्लास की छठी और अंतिम सबमरीन है।
  • इसे बनाने में फ्रेंच नेवी ग्रुप की मदद ली गई है।
  • यह दुनिया की सबसे शांत और बहुउद्देशीय डीजल-इलेक्ट्रिक सबमरीन में से एक है।
  • यह एंटी-सरफेस वॉर, एंटी-सबमरीन वॉर, वायर-गाइडेड टॉरपीडो और एंटी-शिप मिसाइल से सुसज्जित है।


क्या है नीलगिरी: भारत ने ब्लू वॉटर ऑपरेशन के लिए आईएनएस नीलगिरी को तैयार किया है. आईएनएस नीलगिरी 17ए स्टील्थ फ्रिगेट प्रोजेक्ट का पहला जहाज है. इसे भारतीय नौसेना के युद्धपोत डिजाइन ब्यूरो ने डिजाइन किया है. इसे बढ़ी हुई क्षमता, समुद्र में लंबे समय तक रहने और स्टील्थयुक्‍त उन्नत सुविधाओं के साथ नौसेना में शामिल किया गया है. यह स्वदेशी फ्रिगेट की अगली पीढ़ी को रिप्रेजेंट करता है. यह निलगिरी दुश्मन के जमीनी टार्गेट को भी हिट कर सकता है तो समुद्र में पानी के नीचे सबमरीन को भी.

INS नीलगिरी (स्टील्थ फ्रिगेट)

  • यह P17A स्टील्थ फ्रिगेट प्रोजेक्ट का पहला जहाज है।
  • इसका डिज़ाइन भारतीय नौसेना के युद्धपोत डिज़ाइन ब्यूरो द्वारा तैयार किया गया है।
  • इसमें एडवांस सर्वाइवेबिलिटी और सी-कीपिंग की विशेषताएं शामिल हैं।
  • यह स्वदेशी फ्रिगेट्स की अगली पीढ़ी का प्रतीक है।
  • इसमें स्टील्थ टेक्नोलॉजी और लंबे समय तक समुद्र में रहने की क्षमता है।
  • यह चेतक, एडवांस लाइट हेलीकॉप्टर और MH-60R हेलीकॉप्टर को संचालित कर सकता है।
  • इसमें एडवांस सेंसर और वेपन सिस्टम लगे हुए हैं।


क्या है INS सूरत: सबसे पहले जानते हैं स्वदेसी डिस्ट्रॉयर INS सूरत के बारे में. यह दुनिया की सबसे खतरनाक स्टील्थ गाइडेड मिसाइल डिस्ट्रॉयर है. यह विशाखपत्तनम क्लास स्टील्थ गाइडेड मिसाइल डिस्ट्रॉयर का चौथा जंगी जहाज है. इसे स्वदेशी स्टील से तैयार किया गया है. इसे मजगांव डॉक लिमिटेड (MDL) में बनाया गया है. खास बात यह है कि देश में यह अब तक के बने वॉरशिप्स में सबसे कम समय में बनकर तैयार हुआ है.

INS सूरत (डिस्ट्रॉयर)

  • यह P15B गाइडेड मिसाइल डिस्ट्रॉयर प्रोजेक्ट का चौथा और अंतिम जहाज है।
  • यह दुनिया के सबसे बड़े और प्रभावशाली विनाशकारी जहाजों में से एक है, जिसमें 75% स्वदेशी सामग्री का उपयोग हुआ है।
  • यह एडवांस नेटवर्क और एडवांस वेपन सेंसर पैकेज से लैस है।


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