मोबाइल–टीवी का जबरदस्त असर बच्चों के हार्ट पर पड़ रहा, जाने बचाव के तरीके

मोबाइल–टीवी का जबरदस्त असर बच्चों के हार्ट पर पड़ रहा, जाने बचाव के तरीके
Khushbu rajput JHBNEWS टीम,सूरत 2025-11-11 10:57:21

टेक्नोलॉजी के जमाने में सबके हाथ में आपके मोबाइल फोन दिख जाएगा खास करके बच्चों के हाथ में। बच्चे अक्सर मोबाइल में वीडियो गेम्स, युटुब और वीडियो वगैरा देखते रहते हैं। लेकिन उनको नहीं पता कि मोबाइल ज्यादा देखने की वजह से उनके स्वास्थ्य पर गंभीर असर पड़ सकता है दरअसल मोबाइल और टीवी पर अत्यधिक समय बिताने से बच्चों के दिल के स्वास्थ्य पर खराब असर पड़ सकता है, जिससे उच्च रक्तचाप और कोलेस्ट्रॉल जैसी समस्याएं हो सकती हैं, जैसा कि कई अध्ययनों में सामने आया है। इसके अलावा, यह बच्चों की एकाग्रता को कम करता है, नींद खराब करता है और मानसिक तनाव पैदा करता है। इस निष्क्रिय जीवनशैली के कारण हृदय को नुकसान पहुंच सकता है, जो आगे चलकर हृदय संबंधी अन्य बीमारियों का खतरा बढ़ा सकता है। 

सेहत और दिल पर प्रभाव

हृदय रोग का खतरा:

ज्यादा फोन का उपयोग करने से बच्चों में उच्च रक्तचाप और उच्च कोलेस्ट्रॉल जैसी हृदय संबंधी समस्याएं पैदा हो सकती हैं।  

हृदय क्षति: 

एक अध्ययन के अनुसार, लंबे समय तक निष्क्रिय रहने वाले बच्चों में, स्क्रीन के सामने बिताए गए समय के कारण, वयस्क होने पर हृदय क्षति का खतरा बढ़ जाता है, भले ही उनका वजन और रक्तचाप सामान्य हो।

गतिहीन जीवनशैली: 

बच्चों में स्क्रीन के अत्यधिक उपयोग से गतिहीन जीवनशैली को बढ़ावा मिलता है, जो हृदय स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। इसके अलावा अन्य गंभीर बीमारी होने की संभावना है।

मानसिक स्वास्थ्य पर असर :

स्क्रीन की लगातार लत बच्चों में एकाग्रता की कमी, याद शक्ति का कमजोर होना और चिड़चिड़ापन बढ़ा सकती है।

नींद में खलल पड़ना :

रात में सोने से पहले मोबाइल या टीवी देखने से बच्चों की नींद पर बुरा असर पड़ता है, ज्यादा मोबाइल है टीवी देखने से बच्चों के दिमाग को शांति नहीं मिल पाती है।

आँखों पर दबाव पड़ना :

लगातार स्क्रीन पर देखने से आँखों में थकान, सूखापन, सिरदर्द और धुंधली दृष्टि हो सकती है। इसके अलावा कम उम्र में चश्मा आना भी शामिल हैं।

अगर आप अपने बच्चों को टीवी ओर फोन से दूर रखना चाहते है तो शारीरिक गतिविधि शामिल करें, जैसे आउटडोर गेम खेलना, डांस करना, या गार्डनिंग करना। इसके साथ ही बच्चों के खाने-पीने की आदतों पर ध्यान दें। उन्हें स्वस्थ और ताज़ा भोजन के लिए प्रोत्साहित करें। स्क्रीन टाइम को सीमित करें और बच्चों को अन्य रचनात्मक गतिविधियों में व्यस्त रखें। सोने से पहले स्क्रीन से दूर रहने के लिए प्रेरित करें, जिसे बच्चा स्वस्थ रह सके।