अपनी मूंछों का इस्तेमाल करके पहली बार चूहे ने किया हवा में चमगादड़ का शिकार
एक चूहा उड़ते हुए चमगादड़ को हवा में पकड़ ले तो आप विश्वास शायद नहीं करेंगे, आप सोच रहे होंगे कि ये कोई फिल्म का सीन होगा नहीं तो कोई कहानी होगी। लेकिन ये कोई फिल्म का सीन नहीं बल्कि हकीकत है, ये एक चूहे ने असली में शिकार किया है। ये नजारा वैज्ञानिकों ने इंफ्रारेड कैमरे से रिकॉर्ड किया है. यह खोज ग्लोबल इकोलॉजी एंड कंजर्वेशन मैगजीन में छपी है.
आपको बता दें कि ये घटना उतरी जर्मनी के सेगेबर्गर कल्कबर्ग गुफा में हुई, कहा जाता है कि कल्कबर्ग गुफा हजारों चमगादड़ों का रहने का जगह है. इस गुफा में नाटरर चमगादड़ और डॉबेंटन चमगादड़ जैसे कई प्रकार के चमगादड़ रहते हैं. ये चमगादड़ कीड़े खाकर पर्यावरण को साफ रखते हैं।
वैज्ञानिकों ने साल 2021 से 2024 तक कल्कबर्ग पर निगरानी रखते हुए खास डिवाइस लगाया, ये डिवाइस चमगादड़ों की गिनती करने का काम करता है। इस डिवाइस पर एक मानव-निर्मित लैंडिंग प्लेटफॉर्म था, जहां चमगादड़ रुकते हैं. लेकिन चूहों के लिए यह प्लेटफॉर्म फायदा का काम किया, दरसअल ये प्लेटफॉर्म धीरे धीरे शिकार का मैदान बनता गया। इंफ्रारेड कैमरा से सब कुछ रिकॉर्ड किया गया, आपको बता दे कि इंफ्रारेड एक ऐसा कैमरा है जो रात के अंधेरे में भी एकदम क्लियर फोटो खींचता है।
शिकार कैसे करता है चूहा
जब वैज्ञानिकों ने वीडियो देखा तो हैरान रह गए। वीडियो में देखा गया कि एक चूहा प्लेटफॉर्म पर इंतजार में रहता है।और जैसे ही चमगादड़ उड़ता हुआ या लैंडिंग करता हुआ पास में आता है, तब चूहा चमगादड़ को पकड़ लेता है और उसे अपना शिकार बना लेता है। आपको बता दे कि चूहे रात को शिकार करते है वो भी तब जब उनकी आँखें आधी बंद होती, इसके बाद भी वो अपने शिकार में सफलता हासिल कर लेते थे। वैज्ञानिकों का अनुमान के मुताबिक चूहे अपने मूंछों का इस्तेमाल करते हैं. चमगादड़ के पंख फड़फड़ाने से हवा में बदलाव आता है, जो चूहे की मूंछें महसूस कर लेती हैं. यह शिकार का एक कमाल का तरीका है - जैसे रडार काम करता है।