सूरत: घी खरीदने से पहले सावधान! सूरत से पकड़ी गई 3 नकली घी बनाने वाली फैक्ट्रियाँ

सूरत: शहर के अमरोली इलाके में नकली घी बनाने वाली तीन फैक्ट्रियों पर छापेमारी कर चार आरोपियों को भारी मात्रा में सामान के साथ गिरफ्तार किया गया है। 9000 किलो से ज़्यादा नकली घी, मशीनरी, कच्चा माल और अनुमानित ₹1.20 करोड़ के मालसामान ज़ब्त किए गए हैं।
नकली घी का बड़ा रैकेट
माधव डेयरी और आदिनाथ डेयरी प्रोडक्ट्स के नाम से बाज़ार में नकली घी बेचा जा रहा था। यह नकली घी सूरत से महाराष्ट्र के नंदुरबार तक सप्लाई किया जा रहा था। जाँच के दौरान पता चला कि नकली घी की मार्केटिंग के लिए अलग-अलग लोगों की एक टीम बनाई गई थी, जिसे मुख्य रूप से स्ट्रीट फ़ूड, कैटरिंग और होटल उद्योगों को सस्ते दामों पर सप्लाई किया जाता था।
घी बनाने की ट्रिक - डीसा से सीखी
आरोपियों ने नकली घी बनाने की विधि डीसा से सीखी। नकली घी बनाने में वनस्पति तेल के साथ-साथ एसएस केमिकल का इस्तेमाल किया जाता था। घी को दानेदार और सुगंधित बनाने के लिए उसमें विभिन्न रसायन मिलाए जाते थे, ताकि ग्राहकों को यह शुद्ध घी जैसा लगे।
तीन जगहों से भारी मात्रा में जप्त किए गए मालसामान
अमरोली कोसाड हाउसिंग के ब्लॉक संख्या 84, प्लॉट संख्या 28 और शेड संख्या 01/ए से नकली घी ज़ब्त किया गया। नकली घी बाज़ार मूल्य से काफ़ी कम दाम पर सप्लाई किया जाता था।
गिरफ़्तार आरोपी
जयेश रमेश चंद्र महसूरिया, अंकित टेकचंदभाई पंचीवाला, सुमितकुमार जयेशभाई मैसूरिया, दिनेश तेजाजी गहलोत। सभी आरोपियों के बारे में पता चला है कि वे डीसा ज़िले के मूल निवासी हैं। प्रारंभिक जाँच के बाद, पूरा मामला अमरोली पुलिस को सौंप दिया गया है। आगे की जाँच यह पता लगाने के लिए चल रही है कि नकली घी किन-किन इलाकों से सप्लाई किया जाता था।
अमरोली इलाके में नकली घी बनाने वाली फैक्ट्रियों के बारे में विशेष जानकारी मिलने पर हमारी टीम ने तुरंत कार्रवाई की। आरोपियों को 9000 किलोग्राम से ज़्यादा नकली घी, मशीनरी और कच्चे माल के साथ पकड़ा गया है। प्रारंभिक जांच से पता चला है कि आरोपी सूरत से नंदुरबार तक नकली घी का नेटवर्क चला रहे थे। अमरोली पुलिस फिलहाल आगे की जांच कर रही है।