Drishti IAS पर लगा 5 लाख का जुर्माना, संस्था ने UPSC में सेलेक्शन के 'गलत' आंकड़े दिखाए

Drishti IAS पर लगा 5 लाख का जुर्माना, संस्था ने UPSC में सेलेक्शन के 'गलत' आंकड़े दिखाए
Khushbu rajput JHBNEWS टीम,सूरत 2025-10-03 17:18:15

दृष्टि IAS कोचिंग संस्‍थान आईएएस और आईपीएस जैसी सिविल सर्विसेज की तैयारी कराने वाली प्रतिष्ठित संस्था है. अब दृष्टि IAS पर 5 लाख रुपये का जुर्माना लगा है. केंद्रीय उपभोक्ता संरक्षण प्राधिकरण ने संस्थान पर यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा 2022 के परिणामों के बारे में भ्रामक विज्ञापन देने के आरोप में ये 5 लाख का जुर्माना लगाया है. सीसीपीए के अनुसार दृष्टि आईएएस ने गलत दावा की 216 से ज्यादा स्टूडेंट्स को सेलेक्ट करवाया है. सस्थान ने अपने जितने स्टूडेंट्स का परीक्षा पास करवाने का आकड़ा दिया था वह गलत है. 

पूरा मामला क्या है? 

यूपीएससी परीक्षा की तैयारी करने वाले जितने स्टूडेंट्स है उसे कही ज्यादा सिविल सर्विसेज की तैयारी कराने वाली संस्था भी मौजूद है. अब इसमें बच्चों को अपनी तरफ लुभाने और आकर्षित करने के लिए विज्ञापन भी किये जाते है. संस्था ये दावा करते है की उनके यहाँ पढ़ने वाले बच्चो का सिलेक्शन ज्यादा होता है.अब साल 2022 में हुआ ये की जब संघ लोक सेवा आयोग का परिणाम आया तब संघ लोक सेवा आयोग परीक्षा की तैयारी कराने वाली संस्था दृष्टी आईएएस ने अपने पासआउट हुए छात्रों का नाम और फोटो के साथ एक विज्ञापन छपवाए। अब इसी विज्ञापन में दावा किया गया था की दृष्टी आईएएस से 216+ छात्रों का चयन हुआ है. 

जांच के बाद सीसीपीए ने पाया कि जो संस्थान की तरफ से दावा किया गया था वो गलत और भ्रामक था इसमें उम्मीदवारों के पाठ्यक्रमों के प्रकार और अवधि के बारे में महत्वपूर्ण जानकारीयां छिपाई गई थी. जाँच में ये भी पता चला की संस्थान द्वारा दावा किये गए 216 छात्रों में से केवल 75% यानि सिर्फ 162 स्टूडेंट्स ने संघ लोक सेवा आयोग के प्री और मेन्स का परीक्षा पासआउट करने के बाद दृष्टी आईएएस के फ्री इंटरव्यू प्रैक्टिस कार्यक्रम में ही भाग लिया था. इसमें सिर्फ 54 उम्मीदवारों ऐसे थे जिन्होंने दृष्टी आईएएस के साथ अन्य पाठ्यक्रमों में दाखिला लिया था और सफल हुए थे.