सूरत में फाफड़ा जलेबी की धूम: 5 करोड़ से ज्यादा की बिक्री, रात 12 बजे से ही लाइन में लगे लोग...

सूरत में फाफड़ा जलेबी की धूम: 5 करोड़ से ज्यादा की बिक्री, रात 12 बजे से ही  लाइन में लगे लोग...
Anjali Singh JHBNEWS टीम,सूरत 2025-10-02 17:11:20

Photos: Dimple Bangdiwala (Surat)

आज दशहरे के पावन पर्व पर सूरत में ज़बरदस्त उत्साह है। वर्षों से चली आ रही परंपरा को जीवंत रखते हुए, स्वाद-प्रेमी सूरत के खाने-पीने के शौकीन सुबह से ही फाफड़ा-जलेबी का आनंद लेने के लिए कतारों में खड़े हो गए। फाफड़ा जलेबी खरीदने के लिए रात 12 बजे से ही दुकानों के बाहर कतारें लग गईं।

दशहरे के दिन फाफड़ा और जलेबी खाने का क्रेज़ सूरतवासियों में इतना ज़्यादा है कि शहर भर के फरसाण विक्रेताओं के यहाँ रात 12 बजे से ही ग्राहकों की लंबी कतारें लग गईं। एक अनुमान के मुताबिक, सूरतवासी एक ही दिन में 5 करोड़ रुपये से ज़्यादा की फाफड़ा और जलेबी खा जाएँगे। यह आंकड़ा सूरतवासियों के मीठे और मसालेदार स्वाद का प्रमाण है। वहाँ के विक्रेताओं को फाफड़ा और जलेबी के लिए बड़ी संख्या में अडवांस ऑर्डर भी मिले, जिनमें सूरत शहर और ज़िले से विशेष ऑर्डर भी शामिल हैं। इससे पता चलता है कि लोग इस पारंपरिक व्यंजन के कितने शौकीन और उत्सुक हैं।


इस साल सूरतवासियों के लिए राहत की बात यह है कि महंगाई के बावजूद फाफड़ा और जलेबी की कीमतों में कोई बढ़ोतरी नहीं हुई है। ज़्यादातर विक्रेताओं के लिए फाफड़ा 500 रुपये प्रति किलो और जलेबी भी 500 रुपये प्रति किलो है। ग्राहकों का कहना है कि साल में एक बार आने वाले इस त्योहार को मनाने और परंपरा को बनाए रखने के लिए, महंगाई की चिंता किए बिना खरीदारी करना ज़रूरी है।


फरसाण के व्यापारी भी ग्राहकों की माँग पूरी करने के लिए पहले से तैयारी कर रहे थे। ग्राहकों की भीड़ इतनी ज़्यादा है कि दुकानों पर सुबह से ही चहल-पहल बढ़ जाती है। सूरतीलाल के लोगों में दशहरे के मौके पर फाफड़ा-जलेबी का आनंद लेने की यह परंपरा वर्षों से जारी है, जो त्योहार के प्रति उनकी अटूट आस्था और स्वाद के प्रति उनके प्रेम को दर्शाता है।