चीन ने बनाया हड्डियों को जोड़ने वाला ग्लू !

अगर मै आप से कहु की अब टूटी हुई हाड़ियों को 3 मिनट में जोड़ा जा सकता है, तो आप आश्चर्यचकित हो जायेंगे की ऐसा कैसे संभव है। क्योकि टूटी हुई हड्डियों को जुड़ने में कम से कम 2 या 3 महीने लग जाते है, ऐसी कौन सी चीज़ है जिसे हड्डियां जुड़ जाएँगी वो भी मात्र 2 या 3 मिनटों में यानि अब 2 -3 महीनो का काम 2 -3 मिनटों में होने वाला है.जी हाँ तो चलिए जानते है की ऐसा कैसे संभव है
जैसा की आप सभी जानते है की विज्ञानं का काम है नई नई चीज़े खोजना या विकसित करना है, विज्ञानी की दुनिया में तरह तरह के खोज होते रहते है और हर बार विज्ञान हमको आश्चर्यचकित कर ही देता है इस बार भी कुछ ऐसा ही हुआ है। इस बार बैज्ञानिकों ने एक ऐसी खोज की है जो आने वाले समय में मील का पत्थर साबित होगी। चीन के वैज्ञानिको ने ऐसा पदार्थ (ग्लू )विकसित किया है जो मात्र 2 या 3 मिनट में टूटी हुई हड्डियों को जोड़ सकता है.इसे बोन ग्लू नाम दिया गया है. यह दुनिया का पहला ऐसा बोन ग्लू है जो हड्डियों को जोड़ने के लिए मेटल इम्प्लांट की जरूरत को खत्म कर सकता है.
इस खोज की सबसे खास बात यह है कि यह सीपों (mussels) से प्रेरित है. समुद्र में रहने वाली सीपें चट्टानों से चिपकने के लिए एक खास तरह का चिपचिपा पदार्थ बनाती हैं. वैज्ञानिकों ने इसी प्राकृतिक गुण को ध्यान में रखते हुए बोन ग्लू तैयार किया है. यह पूरी तरह बायोडिग्रेडेबल है, यानी यह शरीर में 6 महीने के अंदर घुल जाता है और किसी तरह का नुकसान भी नहीं करता है
काम कैसे करता है बोन ग्लू ?
बोन ग्लू एक जैविक चिपकने वाला पदार्थ है जिसे हड्डी के टूटे हिस्सों पर लगाया जाता है. यह 2–3 मिनट में सूखकर हड्डियों को मजबूती से जोड़ देता है. इसके बाद शरीर खुद इसे धीरे-धीरे एब्जॉर्ब कर लेता है. यह पारंपरिक मेटल इम्प्लांट की तरह शरीर में स्थायी नहीं रहता. ऑपरेशन के समय इसे आसानी से लगाया जा सकता है. यह शरीर के अंदर किसी प्रकार की एलर्जी या रिएक्शन नहीं करता.
बोन ग्लू के फायदे:
सर्जरी आसान और तेज होगी अब डॉक्टरों को मेटल रॉड या स्क्रू लगाने की जरूरत नहीं पड़ने वाली है . बोन ग्लू से हड्डी जोड़ना आसान और कम समय में संभव हो पाएगा .
शरीर में कोई बाहरी पदार्थ नहीं रहेगा जैसे स्क्रू या मेटल चूंकि यह 6 महीने में ही शरीर में घुल जाता है, इसलिए भविष्य में किसी तरह की परेशानी नहीं होने वाली है.
कम खर्च और कम दर्द मेटल इम्प्लांट की तुलना में यह तकनीक सस्ती हो सकती है और मरीज को कम दर्द होगा.
बच्चों और बुजुर्गों के लिए सुरक्षित जिनके शरीर में मेटल इम्प्लांट रिस्क भरा होता है, उनके लिए यह तकनीक आने वाले समय में वरदान साबित हो सकती है.
प्राकृतिक प्रेरणा से बना यह पूरी तरह नेचुरल इंस्पायर्ड है, जिससे शरीर इसे आसानी से स्वीकार कर लेता है.