गुजरात में हाई अलर्ट, कच्छ बॉर्डर पर दिखे पाकिस्तानी ड्रोन, जाने पूरा मामला ?

'ऑपरेशन सिंदूर' के बाद कच्छ सीमा पर भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव साफ दिखाई दे रहा है। पाकिस्तान ने आदिपुर और अब्दासा के ध्रुफी गांव के पास ड्रोन हमले किए, जिसमें एक ड्रोन दुर्घटनाग्रस्त हो गया। गुरुवार रात को भी पाकिस्तान ने टोही के लिए ड्रोन उड़ाए, लेकिन भारतीय सेना ने तीन ड्रोन मार गिराए, जबकि पाकिस्तान ने दो ड्रोन वापस बुला लिए। शुक्रवार को फिर तीन ड्रोन दुर्घटनाग्रस्त हो गए, जिसके बाद कच्छ में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया। भारतीय वायुसेना के निगरानी विमान कच्छ के आसमान में लगातार गश्त कर रहे हैं। लोगों से घर पर रहने और अफवाहों से दूर रहने की अपील की गई है।
कच्छ पुलिस ने जिले भर में गहन वाहन जांच शुरू कर दी है और सीमावर्ती इलाकों में 24 घंटे कड़ी सुरक्षा व्यवस्था कर दी गई है। कोटेश्वर, मताना मध और भुज-नलिया वायुसेना अड्डे जैसे धार्मिक स्थलों पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। शुक्रवार रात 9:30 बजे से ब्लैकआउट घोषित कर दिया गया है तथा नागरिक सुरक्षा एजेंसियों को संदिग्ध गतिविधियों की सूचना दे रहे हैं। शुक्रवार सुबह से भारतीय सेना के विमानों की आवाजाही ने लोगों में चिंता और जिज्ञासा दोनों पैदा कर दी है।
अग्रिम तैयारियों के तहत जी.के. अस्पताल में सेना के लिए 150 बिस्तर आरक्षित किए गए थे। भुज में जनरल अस्पताल, जबकि जी.जी. अस्पताल में सेना के लिए 150 बिस्तर आरक्षित किए गए थे। जामनगर में अस्पताल। अस्पताल में बिस्तर और दवाइयों की व्यवस्था की गई। कच्छ, पोरबंदर और बनासकांठा में एम्बुलेंस भेजी गईं। नागरिकों ने बैटरियां, मोमबत्तियां, अनाज और सब्जियों की खरीदारी बढ़ा दी। गुजरात के सात हवाई अड्डों - भुज, राजकोट, पोरबंदर, कांडला, मुंद्रा, जामनगर, केशोद - को अगले आदेश तक बंद कर दिया गया है, जो पहले 15 मई तक घोषित किया गया था।