सूरत : महानगर पालिका की बजट सभा में भारी शोरगुल, विपक्षी नेता सहित दो पार्षद निलंबित

सूरत पालिका के दस हजार करोड़ से अधिक के बजट के लिए आज से आम सभा शुरू हुई। दो दिन तक चलने वाली इस आम सभा में बजट पर चर्चा शुरू हो गई है। इस बजट के दौरान सत्ताधारी पक्ष ने अपनी पीठ थपथपाई, जबकि विपक्ष ने शासकों की असफलताओं को उजागर किया। बजट पर चर्चा से पहले ही मेयर ने अध्यक्ष पद से केंद्र सरकार की "एक राष्ट्र, एक चुनाव" नीति का समर्थन करते हुए एक प्रस्ताव रखा। हालांकि, विपक्ष ने इस प्रस्ताव का विरोध किया। बहुमत से इस प्रस्ताव को मंजूर कर राष्ट्रपति को भेजने का निर्णय लिया गया।
नगर पालिका के ठेके की राशि कमलम तक पहुंचने के विपक्ष के आरोपों के चलते सूरत महानगर पालिका की बजट सभा में हंगामा हो गया। आम आदमी पार्टी की रचना हीरपरा और महेश अणधड़ को निलंबित कर दिया गया। मेयर पर पक्षपात करने का आरोप लगाते हुए विपक्ष की नेता पायल साकरिया ने कड़ा विरोध किया, जिसके बाद मेयर ने विपक्ष की नेता को भी निलंबित कर दिया।
बुलडोजर पॉलिटिक्स पर गरमाई बहस
भाजपा पार्षद दिनेश राजपुरोहित ने अतिक्रमण की समस्या पर चर्चा के दौरान कहा कि गुजरात की भाजपा सरकार और सूरत पालिका अवैध निर्माणों पर बुलडोजर चला रही है, जिससे असामाजिक तत्वों में डर है। इस पर विपक्षी पार्षद विपुल सुहागिया ने जवाब देते हुए कहा कि जो अवैध निर्माण अब तोड़े जा रहे हैं, वे सालों पुराने हैं। सरकार और पालिका ने अब तक इस पर कोई कदम नहीं उठाया, लेकिन अब अपनी असफलताओं को छिपाने के लिए यह अभियान चलाया जा रहा है।
संकरी सड़कों पर खतरनाक बाजार
विपक्षी पार्षद मनीषा कुकड़िया ने कहा कि शिव शक्ति मार्केट में लगी आग को बुझाने में दो दिन लग गए थे, लेकिन एनओसी देने वाली एजेंसी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई। उन्होंने कहा कि शहर की संकरी सड़कों पर कई अवैध बाजार बने हुए हैं, जिन्हें नोटिस दिए जाते हैं, लेकिन ठोस कदम नहीं उठाए जाते। उन्होंने दमकल विभाग में स्टाफ की कमी को दूर करने की भी मांग की।
अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई शून्य
विपक्षी पार्षद कुंदन कोठिया ने कहा कि पालिका ने "जीरो अतिक्रमण जोन" घोषित किए हैं, लेकिन इनका पालन नहीं किया जा रहा है। सड़कों पर बढ़ते अतिक्रमण के कारण यातायात प्रभावित हो रहा है और सफाई व्यवस्था भी बिगड़ रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि जब प्रधानमंत्री आते हैं, तब अतिक्रमण हटा दिया जाता है, लेकिन बाकी समय यह जारी रहता है। वराछा रोड क्षेत्र में भाजपा नेताओं की अनदेखी के कारण अवैध अतिक्रमण बढ़ रहा है।
विपक्षी नेता समेत दो पार्षद निलंबित
बजट चर्चा के दौरान विपक्ष और सत्ताधारी दल के बीच तीखी बहस हुई, जिसके कारण सभा में हंगामा हो गया। इस बीच, विपक्षी नेता पायल साकरिया और आम आदमी पार्टी के दो पार्षदों को निलंबित कर दिया गया। कुल मिलाकर, सूरत महानगर पालिका की बजट सभा हंगामे और आरोप-प्रत्यारोप के बीच विवादों में घिर गई।