सूरत के चर्चित नेता के भाई पर छेड़खानी का केश दर्ज, जानिए पूरा मामला?

सूरत शहर के लिंबायत इलाके में भाजपा के कॉर्पोरेटर और पूर्व शासक पक्ष नेता अमितसिंह राजपूत पहले भी कई विवादों में फंस चुके हैं। अब उनके छोटे भाई रवि उर्फ अजीत जमनासिंह राजपूत समेत उसके तीन दोस्त दिनेश शुक्ला, राजेश शुक्ला और करण शुक्ला के खिलाफ छेड़खानी और जान से मारने की धमकी देने की शिकायत लिंबायत पुलिस थाने में दर्ज हुई है।
क्या है पूरा मामला?
लिंबायत पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज करवाने वाली 28 वर्षीय महिला एक ह्यूमन रिसोर्स कंपनी में एचआर (HR) के रूप में काम करती है। अपनी शिकायत में उसने बताया कि 20 जनवरी 2025 की शाम को उसके भाई ने फोन कर कहा,
"दीदी, मैं मासी के घर भाभी के बारे में पूछने गया था, लेकिन ये लोग मुझे पीट रहे हैं, तुम तुरंत यहाँ आ जाओ!"
यह सुनकर महिला, उसकी माँ और छोटा भाई तुरंत रंगीला टाउनशिप पहुंचे। वहां दिनेश शुक्ला, राजेश शुक्ला और करण शुक्ला (जो उसकी भाभी के रिश्तेदार हैं) महिला के भाई को पीट रहे थे। जब महिला ने उनसे पूछा, "आप मेरे भाई को भाभी के बारे में पूछने पर क्यों मार रहे हैं?" तब आरोपियों ने उसे भी धक्का देकर गिरा दिया और उसके छोटे भाई को मारना जारी रखा।
शिकायत के अनुसार, जब महिला ने विरोध किया तो करण ने उसका हाथ पकड़कर उसे घर के अंदर खींच लिया। महिला की माँ ने उसे बचाने की कोशिश की, लेकिन आरोपियों ने उन्हें गालियाँ दीं। करण ने महिला को धमकी दी, "तू ज्यादा मत बोल, तुझे मुँह दिखाने लायक नहीं छोड़ूँगा!"
शारीरिक छेड़छाड़ और जान से मारने की धमकी
जब यह सब हो रहा था, तब करण ने अपने दोस्त रवि जमनासिंह राजपूत को फोन कर बुलाया। कुछ देर बाद रवि वहाँ पहुँचा और आते ही महिला को धक्का देकर गिरा दिया। करण ने महिला के हाथ पकड़कर उसे रोका, और रवि उसके ऊपर बैठ गया। इसके बाद रवि ने महिला के साथ जबरदस्ती करते हुए उसके कपड़े फाड़ दिए।
महिला और उसकी माँ के चिल्लाने पर करण ने लोहे की रॉड उठाकर महिला की माँ के दाएँ पैर पर मारा, जिससे खून बहने लगा। रवि ने महिला के बाल पकड़कर उसका सिर दीवार से टकराया और कहा,
"अगर तूने किसी को इस बारे में बताया तो तुझे और तेरे परिवार को जान से मार डालूँगा!"
लड़की के भाई पर हमला और गंभीर चोटें
इसके बाद आरोपियों ने महिला के दोनों भाइयों को सीढ़ियों से धक्का दे दिया, जिससे वे नीचे गिर गए। जब महिला की माँ ने अपने बेटों को बचाने की कोशिश की, तो रवि ने उन्हें भी धक्का देकर दीवार से टकरा दिया, जिससे वे बेहोश होकर गिर पड़ीं।
इस हमले के बाद महिला और उसकी माँ ने इलाज करवाया, लेकिन बदनामी और डर की वजह से तुरंत पुलिस में शिकायत दर्ज नहीं करवाई। काफी सोच-विचार के बाद परिवार ने 4 मार्च 2025 को लिंबायत पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज करवाई।
भाजपा नेता का दावा:
अपने भाई के खिलाफ दर्ज शिकायत पर प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा कॉर्पोरेटर अमित राजपूत ने कहा,
"मेरे भाई के खिलाफ झूठी शिकायत की गई है। यह एक ही सोसायटी का मामला है। वह बाहर क्रिकेट खेल रहा था और जब विवाद हुआ, तो वह सिर्फ देखने गया था। जब वह वहाँ पहुँचा, तब पुलिस भी आ चुकी थी। इस मामले में मैं पुलिस कमिश्नर से भी शिकायत करूँगा। रवि को गलत तरीके से फसाया गया है।"
भाजपा नेता अमितसिंह राजपूत फिर विवादों में
जानकारी के मुताबिक अमितसिंह राजपूत पहले भी कई विवादों में फस चुके हैं, जिनसे भाजपा ने उन्हें कई बार बचाने की कोशिश की थी। लेकिन अब उनके छोटे भाई रवि जमनासिंह राजपूत और उनके अन्य परिजन भी गंभीर अपराध में फस गए हैं।
लिंबायत पुलिस स्टेशन में इन चार आरोपियों के खिलाफ IPC की विभिन्न गंभीर धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। फिलहाल पुलिस आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए कार्रवाई कर रही है।