नई दिल्ली : ईडी ने विदेशी मुद्रा व्यापार मामले में बैंक में जमा 170 करोड़ रुपये की बैंक जमा राशि जब्त की

Credit: thehindu
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गुरुवार (13 फरवरी, 2025) को कहा कि उसने कथित धोखाधड़ी वाले विदेशी मुद्रा व्यापार और जमा योजना के प्रमोटरों के खिलाफ हाल ही में की गई तलाशी के बाद 170 करोड़ रुपये की बैंक जमा राशि को फ्रीज कर दिया है।
संघीय एजेंसी ने एक बयान में कहा कि क्यूएफएक्स ट्रेड लिमिटेड और उसके निदेशकों राजेंद्र सूद, विनीत कुमार और संतोष कुमार के अलावा एक "मास्टरमाइंड" नवाब अली उर्फ लविश चौधरी के खिलाफ जांच के तहत 11 फरवरी को दिल्ली, उत्तर प्रदेश के नोएडा और शामली और हरियाणा के रोहतक में विभिन्न परिसरों पर छापे मारे गए।
एजेंसी ने दावा किया कि ये “शेल” या डमी कंपनियां थीं, जिनका इस्तेमाल QFX/YFX योजना के मास्टरमाइंडों द्वारा विदेशी मुद्रा व्यापार में निवेश के लिए जनता से जमा प्राप्त करने के लिए किया जा रहा था।
छापेमारी ‘QFX ट्रेड लिमिटेड’ और इसके निदेशकों राजेंद्र सूद, विनीत कुमार और संतोष कुमार के अलावा एक "मास्टरमाइंड" नवाब अली उर्फ लविश चौधरी के खिलाफ जांच के तहत की गई। धन शोधन की जांच हिमाचल प्रदेश पुलिस द्वारा क्यूएफएक्स कंपनी के खिलाफ दर्ज की गई कई प्राथमिकी से संबंधित है, जिस पर "धोखाधड़ी" वाली विदेशी मुद्रा व्यापार योजना के माध्यम से कई निवेशकों को धोखा देने का आरोप है।
ईडी ने आरोप लगाया कि क्यूएफएक्स कंपनी और उसके निदेशक निवेशकों से निवेश पर उच्च रिटर्न का वादा करके एक “अवैध" जमा योजना चला रहे थे। ईडी ने कहा कि करीब 30 बैंक खातों में जमा 170 करोड़ रुपये के फंड को फ्रीज कर दिया गया है, क्योंकि कंपनी के निदेशक फंड के स्रोत के बारे में नहीं बता पाए। ईडी ने कहा कि इसके अलावा क्यूएफएक्स/वाईएफएक्स के एक एजेंट के खिलाफ छापेमारी के बाद करीब 90 लाख रुपये की नकदी जब्त की गई।
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