Gujarat: पाटीदार आंदोलन के नेता हार्दिक पटेल को बड़ी राहत, सरकार ने वापस लिया राजद्रोह का केस, जानिए पूरा मामला

गुजरात में 2015 से 2019 तक पाटीदार नेता हार्दिक पटेल के नेतृत्व में हुए पाटीदार आंदोलन के दौरान पुलिस ने हार्दिक पटेल समेत कई पाटीदारों के खिलाफ देशद्रोह समेत कई मामले दर्ज किए थे. अब पाटीदार आंदोलन से जुड़े मामलों को लेकर अहम खबर सामने आई है। बताया जा रहा है कि राज्य सरकार ने पाटीदार आंदोलन से जुड़े मामलों में राजद्रोह समेत गंभीर मामले वापस लेने का फैसला किया है। हालाँकि, सरकार की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है।
फैसले पर बोले नेता हार्दिक पटेल
पाटीदार नेता हार्दिक पटेल और दिनेश बांभणिया ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर इस बारे में पोस्ट किया है। जिसमें हार्दिक पटेल ने इस फैसले पर खुशी जाहिर की और मुख्यमंत्री व भाजपा सरकार का आभार जताया। हार्दिक पटेल ने ट्वीट किया, "भूपेंद्र पटेल सरकार ने गुजरात में पाटीदार आंदोलन के दौरान मुझ समेत समुदाय के कई युवाओं के खिलाफ दर्ज किए गए गंभीर राजद्रोह के मामलों सहित सभी मामलों को वापस ले लिया है।" मैं समाज की ओर से गुजरात की भाजपा सरकार का विशेष आभार व्यक्त करना चाहता हूँ। “
उन्होंने आगे कहा कि पाटीदार आंदोलन के कारण गुजरात में गैर-आरक्षित वर्गों के लिए एक आयोग-निगम का गठन हुआ। 1000 करोड़ रुपए की युवा स्वावलंबन योजना लागू की गई तथा देश के सवर्णों को आर्थिक आधार पर 10 प्रतिशत आरक्षण का लाभ मिला। मैं एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह और राज्य के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल का ह्रदय से आभार व्यक्त करता हूं।
गुजरात में वर्ष 2015 में पाटीदारों को आरक्षण देने की मांग को लेकर आरक्षण आंदोलन की शुरुआत हुई थी। इस आंदोलन के दौरान कई स्थानों पर हिंसक प्रदर्शन हुए और तोड़फोड़ की घटनाएं सामने आईं। आंदोलन के उग्र होने के साथ ही अहमदाबाद, सूरत, महेसाणा, गांधीनगर सहित कई अन्य शहरों और जिलों में दंगे भड़क गए, जिनमें कई लोग घायल हुए और पाटीदार युवकों की मौत हुई।
इस दौरान आंदोलन का नेतृत्व कर रहे हार्दिक पटेल, दिनेश बामणिया, चिराग पटेल, अल्पेश कथीरिया, धार्मिक मालविया सहित कई नेताओं के खिलाफ राजद्रोह समेत गंभीर मामले दर्ज किए गए थे और उनकी गिरफ्तारी भी हुई थी।
जानिए कौन है हार्दिक पटेल
20 जुलाई 1993 को जन्में हार्दिक पटेल बी कॉम की डिग्री ली है। वह अक्टूबर 2012 में सरदार पटेल ग्रुप से जुड़ गए थे। इसके बा वह SPG की वीरमगाम यूनिट के अध्यक्ष बन गए थे। 2015 में हार्दिक पटेल को मतभेदों के बाद SPG प्रमुख ने निकाल दिया था। हार्दिक पटेल ने गुजरात पाटीदार अनामत आंदोलन को लीड किया था। इसके बाद वह पूरे देश में बड़ा चेहरा बन गए थे। उन्होंने जीएमडीसी मैदान में बड़ी सभा करके उस वक्त की सरकार को हिला दिया था। उनके आंदोलन को पास (PAAS) यानी पाटीदार अनामत आंदोलन समिति ने संचालित किया था। गुजराती में अनामत का मतलब आरक्षण से है।
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